Spread the love
सौ:-आष्टा हैडलाइन परिवार

आष्टा। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबो को सस्ता इलाज ओर सस्ती दवाई मिले का जो सपना देखा था वो आज प्रधानमंत्री जन औषधीय केंद्रों के माध्यम से साकार हो रहा है। जिसमे देश के हर तहसील से लेकर जिले में प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र खुलवाए,जहां बाजार से कम दामो पर हर प्रकार की दवाइयां उपलब्ध रहती है।

इसी अभियान को लेकर 1 मार्च से लेकर 7 मार्च तक जनऔषधि सप्ताह मनाया जा रहा है। जिसमे नागरिकों को जनऔषधि केंद्र पर मिलने वाली दवाइयों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। नागरिक बाजार में मिलने वाली दवाईयों के रेट ओर जनऔषधि के रेट मिलाकर निर्णय करे की कौन सी दवा सस्ती है। जनऔषधिय केंद्र के संचालक विशाल पारख ने उक्त जानकारी देते हुए बताया की केंद्र की ओर से आष्टा में जनऔषधि केंद्र पर 3 मार्च को निशुल्क सेनेट्री पेड का वितरण भी किया जाएगा।

“आष्टा को रेल से जोड़ो,अभियान… रेल मंत्री को भेजें पोस्टकार्ड,अभिभाषक संघ आष्टा भी उक्त अभियान के समर्थन में साथ आया,अभिभाषक संघ अध्यक्ष के नेतृत्व में भेजे पोस्टकार्ड,हर माह की 1 तारीख को रेल मंत्री को भेजे जाते हैं आष्टा को रेल से जोड़ने की मांग को लेकर पोस्टकार्ड”

आष्टा को रेलवे के मानचित्र पर लाने के लिए विगत कई वर्षो से इस मांग को उठाने वाले किराना व्यापारी संघ के संरक्षक,पत्रकार सुशील संचेती द्वारा 1 मार्च 2022 से आष्टा को रेलवे से जोड़े जाने के वर्ष 2016 में प्रस्तावित प्रस्ताव की स्वीकृति की मांग को लेकर हर माह की 1 तारीख को रेल मंत्री श्री अश्विनी जी वैष्णव भारत सरकार को पोस्टकार्ड लिखकर आष्टा को रेलवे से जोड़े जाने की मांग का अभियान प्रारम्भ किया है। उक्त मांग का नगर के अनेकों संगठनों,संस्थाओं ने समर्थन किया

,आज अभिभाषक संघ आष्टा ने भी उक्त मांग का समर्थन करते हुए अभिभाषक संध के अध्यक्ष श्री तेजसिंह भाटी के नेतृत्व में अभिभाषक संघ आष्टा के शासकीय अधिवक्ता विजेंद्र सिंह ठाकुर, सौभाग्य सिंह ठाकुर ,गोकुल कुशवाहा, निलेश कुमार शर्मा, राकेश परमार, चंद्र कुमार जैन, मुकेश वर्मा, जितेंद्र पटेल,अनिल विलास सहित अन्य सभी अधिवक्ताओं की उपस्तिथि में आष्टा को रेल से जोड़ो की मांग को लेकर रेल मंत्री भारत सरकार को लिखे पत्र डाक के डिब्बे में डाले गये और रेल मंत्री जी को भेजे।

आज 1 मार्च 2023 को आष्टा को रेल से जोड़ो अभियान के प्रमुख सुशील संचेती एवं अभिभाषक संघ आष्टा के सभी सदस्यों के समर्थन से रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव जी को लिखे पोस्ट कार्ड भेजे गये,मांग की गई की आष्टा को रेल से जोड़े जाने का जो प्रस्ताव केंद्र सरकार के सामने वर्ष 2016 से प्रस्तावित है, उस प्रस्ताव को स्वीकृत किया जाए। मांग की गई कि वर्ष 2023-24 में आष्टा को उक्त सौगात दी जाये। स्मरण रहे आष्टा से हर महा की एक तारीख को रेल मंत्री को इस मांग के समर्थन में लगातार पोस्टकार्ड लिखे जा रहे हैं।

आज अभिभाषक संघ के सभी सदस्यों के समर्थन के साथ आष्टा को रेल से जोड़े जाने की मांग को लेकर लिखे गये पोस्टकार्ड डाक के माध्यम से भेजे गये । अभिभाषक संघ के अध्यक्ष श्री तेजसिंह भाटी ने कहा की संचेती द्वारा इस मांग को लेकर लम्बे समय से प्रयास रत है,जो पूरे क्षेत्र के हित की मांग है। निश्चित उक्त मांग को भारत सरकार को स्वीकृति प्रदान करना चाहिये ताकि आष्टा का थमा औद्योगिक विकास शुरू हो सके। जब रेल से आष्टा जुड़ेगा तो निश्चित उद्योग शुरू होंगे,युवाओं को रोजगार के नये अवसर मिलेंगे,नगर का व्यापार व्यवसाय बढेगा। आष्टा अभिभाषक संघ इस मांग का पूरा समर्थन करता है।

“मातृशक्ति को सशक्त, प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने वाला है प्रदेश का बजट”:- इंजी गोपालसिंह

प्रदेश की भाजपा सरकार ने वर्षों पहले बेटियों को सशक्त बनाने के लिए जो प्रयास शुरू किए थे, उनके सुखद परिणाम आज प्रदेश में बदलते लिंगानुपात के रूप में दिखाई दे रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान की सरकार ने विधानसभा में जो बजट प्रस्तुत किया है, उसमें बेटियों, बहनों और समूची मातृशक्ति को सशक्त बनाने के लिए प्रावधान हैं। बजट में युवाओं, बुजुर्गों, किसानों, विद्यार्थियों समेत हर वर्ग के लिए प्रावधान किए गए हैं और यह बजट मध्यप्रदेश को विभिन्न क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनाने वाला, लोगों की जिंदगी बदलने के अभियान को गति देने वाला बजट है।

इंजी गोपालसिंह अध्यक्ष जिला पंचायत सीहोर

यह बात जिला पंचायत के अध्यक्ष इंजी गोपालसिंह ने बजट को लेकर प्रतिक्रिया में कही। प्रदेश अध्यक्ष ने सर्वसमावेशी और सर्वव्यापी बजट के लिए मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान एवं वित्त मंत्री श्री जगदीश देवड़ा को धन्यवाद भी दिया। इंजी गोपालसिंह ने कहा की मातृशक्ति को सशक्त बनाने लाडली बहना योजना मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार द्वारा जो शुरू की वो सामाजिक परिवर्तन का माध्यम बन गई है। कभी जिन बेटियों को अभिशाप समझा जाता था, अब वो लाडली लक्ष्मी योजना के कारण वरदान बन गई है।

इस योजना के कारण मध्यप्रदेश में लिंगानुपात के आंकड़ों में सुखद बदलाव आ रहे हैं। बहनों को और सशक्त बनाने के लिए प्रदेश सरकार अब लाडली बहना योजना लेकर आई है। 5 मार्च को इस योजना की लांचिंग के साथ ही प्रदेश की करोड़ों बहनों को 1000 रुपये प्रतिमाह मिलना शुरू हो जाएंगे। इस योजना के लिए शिवराज सरकार ने बजट में 8000 करोड़ का प्रावधान किया है। सरकार ने 12 वीं की टॉपर छात्राओं के लिए ई-स्कूटी योजना शुरू करने की घोषणा की है। बजट में उठाये सभी कदम स्वागत योग्य है।

You missed

error: Content is protected !!