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आष्टा। संत श्री गोविंद जाने के मुखारविंद उसे 1 जनवरी से 7 जनवरी तक होने वाली कथा का आज शुभारम्भ हुआ। कथा के प्रारंभ में गोविंदजाने ने सेवा समिति के अध्यक्ष सोनू गुणवान के दादाजी पूर्व विधायक स्वर्गीय श्री रंजीतसिंह गुणवान को श्रद्धांजलि अर्पित की। उसके पश्चात क्षेत्र के कोरोना काल में जितने भी लोग इस संसार को छोड़कर चले गए उनको भी गुरुदेव ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि कथा में जो भी हम सब लोगों को पुण्य प्राप्त होंगा वह पुण्य जो पुण्य आत्माएं हमारे बीच से चली गई है उनको मिले और मोक्ष में सर्वाेच्च स्थान प्रभु उनको प्रदान करें ।


प्रवचन के माध्यम से गोविंद जाने ने कहा कि मनुष्य सब चीज की गारंटी दे सकता है,जैसे कूलर की, फ्रिज की, टीवी की, दरवाजे की, हर प्रकार की गारंटी दे सकता है परंतु व्यक्ति किस अन्य व्यक्ति को पल भर की भी गारंटी नहीं दे सकता । इसलिए हम लोगों को क्रोध झगड़े त्याग कर जीवन में प्रेम और प्रभु की भक्ति में जीवन व्यतीत करना चाहिये ।

भक्ति करनी है तो मीराबाई जैसी करनी चाहिए जिन्होंने महल, हवेली, हीरे, जवाहरात,सभी सुख सुविधाएं त्याग कर गिरधर की भक्ति में पूरा मन लगा दिया और एक दिन उनको साक्षात गोविंद के दर्शन हो गए । इतिहास बनाने के लिए व्यक्ति का अमीर होना जरूरी नहीं है बस उसके कर्म प्रधान होने चाहिए । रैदास ने ऐसा इतिहास लिखा कि भारत में हजारों जगह मंदिर है । कई धनवान व्यक्ति वैसे भी रहे हैं, जिनका आज तक कोई नाम लेने वाला भी नहीं है ।

इसलिए कर्म ही प्रधान होता है हमेशा हमको ऐसी बैठक पर बैठना चाहिए जहां आपका मान घट ना पाए हमेशा चरित्रवान लोगों के पास ज्ञानवान व्यक्तियों के पास बुद्धिमान व्यक्ति के पास अच्छे कार्य करने वाले व्यक्तियों के पास बैठना चाहिए । गोविंद जाने ने कहा जब भी मंदिर के अंदर आरती हो रही हो तो आप अपना अमूल्य से अमूल्य समय निकालकर आरती में सम्मिलित जरूर हो । माता पिता पृथ्वी के भगवान होते हैं जिनके घर में माता-पिता खुश होते हैं, हमेशा अच्छा भोजन करते हैं, जिनके पुत्र उनकी सेवा करते हैं और उनके बताए हुए मार्ग पर चलते हैं ऐसे घर हमेशा स्वर्ग के समान होते हैं । हमेशा हमारा पुण्य हमारे साथ चलता है अगर किसी का एक्सीडेंट हो गया हो, सांप की पूछ पर पैर रख दिया हो, करंट लग गया हो, तो उसको किसने बचाया उसके पुण्य रूपी कवच ने उसको बचाया है ।

माता पिता और गुरु के द्वारा मिला हुआ आशीर्वाद रूपी कवच उसको बचाकर ले आता है । संतश्रीं गोविंद जाने ने कहा कि अगर जीवन में आगे बढ़ना है तो माता-पिता अपने गुरु के बताए हुए मार्ग पर चलकर उनको हमेशा चरण स्पर्श करते रहना चाहिए । जो व्यक्ति अपने माता पिता की सेवा नहीं करता है लोगों से गलत व्यवहार करता है घर परिवार पड़ोसियों से लड़ता है ऐसा व्यक्ति धुंधकारी राक्षस के समान होता है । जो व्यक्ति हमेशा गौ माता की सेवा करता है, माता पिता की सेवा करता है, अच्छे कर्मों में मन लगाता है, अच्छी शिक्षा लेता है, अच्छी शिक्षा देता है, ऐसे भक्तों को गोकर्ण कहा जाता है । 3 गुण हमेशा जीवन में व्यक्ति को आगे बढ़ाते हैं

मुस्कुराता हुआ स्वभाव, मृदुल भाषा और आपकी नजरें जो चरणों मे रहती हैं । इस अवसर पर अनोखीलाल खंडेलवाल, जीवनसिंह मंडलोई ,चेतन सिंह ठाकुर,राजा मेवाड़ा,मीडिया प्रभारी जुगल पटेल ,चंदरसिंह ठेकेदार, चेतन वर्मा ,सौभाल सिंह ठाकुर,गजराज सिंह पटेल ,कृपाल सिंह ठाकुर ,डॉ मीना सिंगी, विनीत सिंगी,नरेंद्र सिंह भाटी, दशरथ सिंह ठाकुर ,नानूराम मेवाड़ा ,देवसिंह मेवाडा ,विजय खंडेलवाल ,बनेसिंह सरपंच ,कृपाल सिंह सेठ , मेहरवानसिंह मूंदीखेड़ी ,बाबूलाल सरपंच, कमल वर्मा ,शिवनारायण मालीखेड़ी ,जीवन सिंह मालवीय ,सुरेश परमार ,प्रद्युमन मेवाडा ,अंशुल राठौर ,देवसिंह मेवाडा ,गजराज सिंह सचिव सहित बड़ी संख्या में श्रोता उपस्तिथ रहे।

“मुस्लिम समाज ने गोविंद जाने का किया भव्य स्वागत”

इंदौर नाके से जैसे ही संतश्री गोविंद जाने का आगमन हुआ,तब अलीपुर में कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद भैया मियां के नेतृत्व मे मुस्लिम समाज ने अलीपुर चौराहे पर पुष्पमालाओ से संतश्री का स्वागत किया। संतश्री गोविंदजाने ने वाहन से नीचे उतर कर स्वागत स्वीकार किया । संतश्री का स्वागत करने वालो में मुख्य रूप से पार्षद भैया मियां ,पूर्व पार्षद सलीम अंसारी, नोशे खान,पार्षद जाहिद गुड्डू,रशीद नेता जी अलीपुर,नवाब मियां,फैजउद्दीन,नईमउद्दीन,कलीमउद्दीन,हारून अंसारी,इनाम उर रहमान आदि थे।

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