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आष्टा । सिविल अस्पताल में दलालों ओर दलालनो की दलाली,अस्पताल से जब निशुल्क दी जाती है दवाएं तो डॉक्टर क्यो लिखते है बाजार की दवा वो भी चिन्हित दवा दुकान से ही लेने के मामले का मीडिया में भांडा फूटने के बाद अब बीएमओ डॉ जीडी सोनी पूरी तरह से एक्शन मुंड में आ गये है।

वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश एवं मीडिया में खबरो के आने के बाद अब बीएमओ डॉ जीडी सोनी ने सभी डॉक्टरों को एक नोटिश जारी कर निर्देश जारी किये है की वे बहार की दवा ना लिखे,अस्पताल से ही जब सभी दवाओं का निशुल्क वितरण मरीजों को होता है तो फिर बाजार की दवा क्यो लिखी जाये। वही खबर है कि दो दिन पूर्व सिविल अस्पताल के किसी डॉक्टर ने किसी मरीज को एक परचा बहार की दवा का लिखा उसके साथ उसने उस दवा दुकान का नाम भी लिखा मतलब ये मेने जो दवा लिखी है वो इस ही दुकान से लेना याने की सीधा सीधा कमीशन का खेल.!

इसकी शिकायत कलेक्टर तक जा पहुची तो एक्शन तो होना ही था। अब वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर खबर है एक डॉक्टर को कारण बताओ नोटिश जारी कर उससे जवाब तलब किया गया है। सूत्र बताते है की इस पर्चे की एवं लिखी हैंडराइटिंग की भी जांच हो सकती है। स्मरण रहे सभी सरकारी अस्पतालों में जब जांचे मुफ्त होती है,सभी दवाई मुफ्त मिलती है तो फिर डॉक्टर बाजार की दवा क्यो लिखते है,मतलब साफ है.!


खबर है की सिविल अस्पताल में चार से पांच महिला दलालन सक्रिय है जिनका काम तो पूरा शासकीय है लेकिन ऊपरी कमाई के चक्कर मे ये दलालन दिन भर दवा दुकानों,पैथालॉजी लेबो,ओर कुछ प्राइवेट अस्पतालों की सेवा में मरीजों को ले जाने में सक्रिय रहती है। खबर है अब ऐसी कुछ महिला दलालनो,पुरुष दलालों पर स्वास्थ विभाग की खुफिया नजर शुरू हो गई है,जिस दिन मिशन रंगेहाथों पकड़ो सफल हो गया उस दिन उस अस्पताल,दवा दुकान,पैथालॉजी लेब पर ठोस कार्यवाही की योजना है।

इनका कहना है
कोई भी डॉक्टर बाजार की दवा नही लिखे इसको लेकर नोटिश जारी कर सभी को निर्देश दिये है,उस पर्चे की भी जांच जारी है,जिस पर दवाओं के साथ एक मेडिकल दुकान का नाम भी लिखा है,ये किसने लिखा उस डॉक्टर की खोज जारी है-डॉ जीडी सोनी,बीएमओ सिविल अस्पताल आष्टा

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