भोपाल । भोपाल सम्भाग के सीहोर जिले के दूरस्थ इलाको में 29 नवम्बर से 19 नए संस्थागत प्रसव सेंटर प्रारम्भ हो जाएंगे । सम्भागायुक्त श्री कवींद्र कियावत ने शुक्रवार को सीहोर कलेक्ट्रेट में समीक्षा करते हुए स्पष्ट रूप से कहा है कि केंद्र शुरू नहीं करने और मुख्यालय पर उपस्थित नहीं रहने वाले अमले को टर्मिनेट किया जाएगा ।
बैठक में कलेक्टर श्री अजय गुप्ता सहित जिला पंचायत, राजस्व, स्वास्थ्य, महिला बाल विकास के अधिकारी उपस्थित थे । श्री कियावत ने पिछली बैठक में नए केंद्र बनाने के लिए 15 दिन में सेंटर के चयन के निदेश दिए थे । उन्होंने जिला स्तरीय बैठक के अलावा सभी तहसील में उपस्थित सम्बंधित अमले से भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा की । श्री कियावत ने निर्देश दिए हैं कि 7 नवंबर को जिला स्तर के अधिकारियों की एक टीम बनाकर चिन्हित प्रसव केंद्रों का भ्रमण कर प्रारंभ किए जाने वाले केंद्रों की पर्याप्त व्यवस्था, सामग्री, उपकरण, बिल्डिंग की स्थिति, स्टाफ की व्यवस्था, आईईसी सामग्री का प्रदर्शन आदि सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि 29 नवंबर तक हर स्थिति में चिन्हित 19 उप स्वास्थ्य केंद्रों को प्रसव केंद्रों एल-1 के रूप में उन्नयन करना है । जिला चिकित्सालय सीहोर, इछावर, आष्टा व नसरुल्लागंज में 4 केंद्रों के माध्यम से चिन्हित एवं चयनित प्रसव केंद्रों की एएनएम, सीएचओ की एसबीए ट्रेनिंग होगी । इसके लिए प्रशिक्षण केंद्रों में पदस्थ स्त्री रोग विशेषज्ञ, महिला मेडिकल ऑफिसर, वहां प्रसव करा रही स्टाफ नर्स उन्हें प्रशिक्षित करेंगी।प्रशिक्षण 14 दिवस का होगा । सम्भागयुक्त ने हिदायत दी कि प्रसव केंद्रों की सभी एएनएम, स्टाफ नर्स एवं स्टाफ मुख्यालय पर रहेगा यदि मुख्यालय पर नहीं रहता है तो उसकी सेवा समाप्ति की कार्यवाही कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति करेंगे ।उपयंत्री एन एच एम को निर्देशित किया गया कि 29 प्रसव केंद्र व्यवस्थित करे और इसके लिए संबंधित ठेकेदार को ताकीद करे।
एसडीएम, बीएमओ तथा सीडीपीओ संयुक्त बैठक कर स्थानीय स्तर पर महिला बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग के अमले को बैठक में शामिल कर बैठक के दिशा-निर्देशों से एवं उनके कार्य दायित्वों से अवगत करा दें । लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी । प्रस्तावित प्रसव केंद्रों के लिए वार्मर की व्यवस्था अन्य स्वास्थ्य संस्थाओं से की जाएगी। पूर्व के वार्मर देख लें तथा इसकी प्रोसीजर भी क्रय की शुरू कर दें ।
एसडीएम, सीडीपीओ, सीईओ जनपद पंचायत भी एस बी ए प्रशिक्षण का निरीक्षण करेंगे वहां की व्यवस्था, प्रशिक्षण का स्किल तथा प्रशिक्षु एएनएम सी एच ओ वहां निवास पर प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है अथवा नहीं इसकी मॉनिटरिंग करेंगे । जिम्मेदारी तय होगी और लापरवाही होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।