आष्टा । केशव माधव स्मृति न्यास के तत्वावधान में वाल्मीकि जयंती के अवसर पर स्थानीय बाल्मीकि नगर में गुरु गोरखनाथ जी एवं गोगा देव जी के मंदिर में वाल्मीकि समाज के लोगों के साथ मिलकर महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती मनाई गई। केशव माधव स्मृति न्यास द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति अनुसार सर्वप्रथम उपस्थित सभी समाज जनों ने भगवान वाल्मीकि के चित्र पर माल्यार्पण कर पूजन किया एवं आरती उतारी, उसके पश्चात घनश्याम परमार ने अमृत वचन का वाचन, समरसता विषय पर गणेश सोनी ने गीत प्रस्तुत किया। उपरांत मनोहर साहू ने महाऋषि वाल्मीकि जी के जीवन पर अपने विचार रखें।
बाल्मीकि जी ने रामायण महाकाव्य की रचना कर मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के संपूर्ण जीवन को जन-जन तक पहुंचाया है ।
रामायण के श्लोकों की रचना की जिसमे बताया कि रामायण मर्यादित समाज व आत्म संयम परिवार व समाज निर्माण आदि की शिक्षा देता है ।
भगवान श्रीराम अवतारी पुरुष होते हुए भी अपनी मर्यादा का कभी उल्लंघन नहीं करते, शक्ति संपन्न होते हुए भी अपनी शक्तियों का दुरुपयोग कभी नहीं करते, और अंत में सभी को खीर की प्रसादी का वितरण किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से पारसमल सिंघवी, गोपाल दास राठी, अनिल शर्मा, गणेश सोनी, रमेशचंद भूतिया, पुरूषोत्तम दास चंदनानी, मनोहर साहू, देवानंद भोजवानी, संदीप जैन, मुकेश गुलवानी, घनश्याम परमार, संजय पालीवाल,विकास चौरसिया, पवन योगी, राजेश घेंघट, शंकर रैकवार, अनिकेत घेंघट आदि लोग उपस्थित हुए।