सीहोर। आज 18 अक्टूबर को पुलिस अधीक्षक सीहोर मयंक अवस्थी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समीर यादव, एसडीओपी सी एम द्विवेदी, रक्षित निरीक्षक कविता डामोर तथा यातायात थाना प्रभारी प्राची राजपूत की उपस्थिति में ट्रैफिक वार्डन योजना का शुभारंभ किया गया ।
पुलिस अधीक्षक सीहोर मयंक अवस्थी द्वारा ट्रैफिक वार्डन के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई जिसके अंतर्गत सुदृढ़ तथा सुरक्षित यातायात व्यवस्था बनाए रखने हेतु जनता में ट्रैफिक नियमों की जानकारी, पालन एवं ट्रैफिक व्यवस्था हेतु संवेदनशीलता व जागरूकता उत्पन्न करने में आम जनता का सहयोग प्राप्त करने के लिए नागरिकों में से चुने हुए स्वयंसेवक जिन्हें ट्रैफिक वार्डन कहा जाएगा जो यातायात शिक्षा व यातायात प्रबंधन में यातायात पुलिस एवं जनता के बीच की कड़ी का काम करेंगे जिससे सुगम सहज एवं कम से कम व्यवधान होते हुए मार्गा पर यातायात व्यवस्था बनाई जा सके।
चुने हुए नागरिकों को यातायात व्यवस्था, यातायात संकेतों तथा पुलिस की कार्यप्रणाली के बारे में समझाया गया तथा वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समीर यादव द्वारा ट्रैफिक वार्डन हेतु क्या आवश्यक हैं की जानकारी देते हुए बताया की वह भारत का नागरिक हो, सामान्यतः जिले का निवासी हो,सामान्यतः क्षेत्र से परिचित हो, कम से कम हायर सेकेंडरी परीक्षा उत्तीर्ण हो, शारीरिक तथा मानसिक रूप से स्वस्थ व सक्षम हो, किसी राजनीतिक पार्टी का सदस्य ना हो, अपराधिक रिकॉर्ड ना हो व स्वच्छ छवि का हो, हिंदी व अंग्रेजी का सामान्य ज्ञान हो, शासन व समाज के प्रति बिना किसी स्वार्थ के स्वैच्छिक सेवा व सहयोग हेतु प्रदान करने का इच्छुक हो
एनसीसी व एनएसएस स्काउट संगठन में रहे व्यक्तियों को प्राथमिकता दी जावेगी। एसडीओपी सीहोर सी एम द्विवेदी द्वारा ट्रैफिक वार्डन के क्या कर्तव्य है, से अवगत कराते हुए बताया की यातायात शिक्षा व सड़क सुरक्षा का प्रचार प्रसार,वाहन चालकों, पैदल चलने वालों व अन्य सड़क चालित वाहनों के बीच सड़क संचार की समझ विकसित करना,यातायात नियमों के पालन हेतु सही सड़क का उपयोग करने वालों को प्रेरित करना एवं उन्हें सुधारात्मक उपायों की जानकारी उपलब्ध करना,निरंतर जनसंपर्क द्वारा विभिन्न सामाजिक संगठनों के सहयोग द्वारा सड़क सुरक्षा के प्रति नागरिकों में सही दृष्टिकोण का विकास करना,यातायात पुलिस की उनके कर्तव्यों के निर्वहन में सक्रिय सहयोग और विशेष अवसरों पर जैसे
उत्सव, जुलूस, मेला, जनसभा आदि के दौरान यातायात व्यवस्था बनाए रखने में सक्रिय भूमिका,स्कूल-महाविद्यालयों तथा आम जनता में यातायात संबंधी कार्यक्रम आयोजित करना,स्कूली बच्चों को यातायात का प्रशिक्षण देना यातायात व्यवस्था पर अध्ययन व सर्वेक्षण में सहयोग प्रदान करना, यातायात पुलिस को यातायात शिक्षा, सड़क सुरक्षा सप्ताह इत्यादि जैसे कार्यक्रम में सहयोग प्रदान करना,सड़क सुरक्षा पर समय-समय पर अधिकारियों को सुझाव दे, आवश्यकता पड़ने पर यातायात नियंत्रण संचालन में यातायात पुलिस को सहयोग प्रदान करना,यातायात नियमों का उल्लंघन व अनियमितताओं की अधिकारियों को सूचना देना ट्रैफिक वार्डन के कर्तव्यों में शामिल है।