सीहोर। मध्यप्रदेश के राज्यपाल श्री मंगू भाई पटेल से मिलकर सीहोर जिले के ग्राम सुरई की विमला बहुत प्रसन्न है। विमला के लिए यह अदभुत क्षण था जब प्रदेश के राज्यपाल श्री पटेल ने उसके घर पहुंच कर शिक्षा का महत्व बताया और उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित किया।
सीहोर जिले के दूरस्थ वनांचल में विमला और उसके घर पर आए अन्य बच्चों को राज्यपाल श्री पटेल ने बताया कि शिक्षा ही बदलाव की बुनियाद है। जीवन में आगे बढ़ना है, और तरक्की करना है तो पढ़ना जरूरी है। विमला ने भी राज्यपाल से वादा किया कि उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करेगी।
गत दिवस राज्यपाल श्री पटेल सीहोर जिले के दूरस्थ वनांचल में बसे ग्राम सुरई में प्रधानमंत्री आवास का अवलोकन करने आए थे। तभी गांव के कई बच्चों से राज्यपाल ने पढ़ाई के संबंध में बात की थी।
राज्यपाल श्री पटेल ने बच्चों के माता-पिता से कहा था कि बेटा-बेटी में फर्क न करें। दोनों को बराबर पढ़ाएं। बेटी दो पीढ़ियों को शिक्षित बनाती है। विमला के गांव सुरई में 5 वीं तक ही स्कूल है। इसलिए विमला के माता-पिता ने यह निर्णय लिया कि आगे की पढ़ाई के लिए वे विमला को सीहोर भेजेंगे।
विमला बारेला अनुसूचित जनजाति समुदाय की है और प्रदेश सरकार द्वारा इस वर्ग के बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही है। अनुसूचित जनजाति वर्ग में भी शिक्षा के प्रति जगरूकता आई है। शिक्षा के अवसर और सुविधाएं उपलब्ध होने के कारण इस वर्ग के बच्चे आगे बढ़ रहे हैं।