भोपाल। अति. पुलिस महानिदेशक भोपाल श्री ए. सांई मनोहर, उप पुलिस महानिरीक्षक (शहर) भोपाल श्री इरशाद वली, पुलिस अधीक्षक (दक्षिण) श्री साईं कृष्णा थोटा के द्वारा दिये गये निर्देश के पालन में अति. पुलिस अधीक्षक जोन.1 भोपाल श्री अंकित जायसवाल एवं उप पुलिस अधीक्षक सायबर श्रीमति नीतू सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन में सायबर क्राइम ब्रान्च जिला भोपाल की टीम गाठित कर सेक्सटोर्शन के नाम पर पैसे ऐंठने वाले ठगो को हरियाणा व राजस्थान से गिरफ्तार किया गया है। इस अपराध के पकड़े गये आरोपी नई तकनीक के माध्यम से पहले से ही बनाई योजना अनुसार लोगो को अपने जाल में फसाते फिर उन्हें ब्लैकमेल कर राशि ऐंठते थे। अभी तक ये आरोपी करीब 50 से 60 लोगो को फसा कर करीब 60 से 70 लाख रुपया ऐंठ चुके है।
साइबर क्राइम ब्रांच द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति अनुसार
घटना का विवरण देते हुए बताया कि आवेदक निवासी भोपाल का शिकायत आवेदन प्राप्त हुआ जिसमे फेसबुक के माध्यम से किसी महिला के नाम की फ्रेन्ड रिक्वेस्ट आई फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करने पर महिला ने फेसबुक मैसेनजर पर फरियादी से बात की और विश्वास में लेकर फरियादी का वाट्अप नंबर लेकर विडियो कॉल किय़ा जिसमें एक सुंदर महिला ने नग्न होकर स्वंय को विडियो कॉल में दिखा रही थी तथा साथ ही फरियादी को अपने कपडे उतारने को कह रही थी फरियादी उसकी बातो में आ गया व बाद उक्त महिला व फरियादी का नग्न विडियो की स्क्रीन रिकोर्डिंग कर महिला ने उस विडियो को वायरल करने की धमकी देकर अलग.अलग बैंक खोते व मोबाईल वॉलेटो में पैसे भेजने का बोलती थी पैसे देने के बावजूद भी अधिक पैसो की डिमाण्ड करने लगी जिससे फरियादी काफी परेशान हो गया व काफी हिम्मत करके फरियादी द्वारा पुलिस के पास शिकायत आवेदन दिया गया ।
उक्त शिकायत आवेदन पत्र की जाँच कर तकनीकी जानकारी के आधार पर थाना क्राईम ब्रांच भोपाल मे अपराध क्रमांक 152/2021 व 153/2021 धारा 384 भादवि का पंजीबध्द कर विवेचना मे लिया गया।
विवेचना मे सायबर क्राईम ब्रांच की टीम हरियाणा व राजस्थान रवाना हुई टीम ने आरोपी वसीम को फिरोजपुर झिरका मेवात हरियाणा से, आरोपी पुरूषोत्तम व यादराम को अलवर राजस्थान से गिरफ्तार किया गया है।
“ये था बारदात का तरीका”
आरोपी फर्जी मोबाइल नंबर से फेसबुक पर महिलाओ के नाम वाली व सुंदर महिलाओ की फोटो प्रोफाईल में लगाकर फर्जी फेसबुक आईडी बनाते थे व ठगी के लिये लोगो को फ्रेंड रिकवेस्ट भेज दोस्ती करते थे फेसबुक मैसेनजर पर अपनी बातो में लेकर विश्वास दिलाकर उनका व्हाट्सएप नंबर लेकर वाट्अप चेटिगं पर उकसाने वाली बाते करते थे व रात मे विडियो कॉल करते थे।
विडियो कॉल में सुंदर महिला की पोर्न विडियो की क्लिप दिखाकर लोगो को अपने निजी अंग प्रदर्शित करने के लिये उकसाते थे पीड़ित द्वारा निजी अंग प्रदर्शित करने पर उक्त विडियो कॉल की स्क्रीन रिकोर्डिंग कर लेते थे जिसके बाद उस विडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने, परिजन एवं परिचितो को भेजने की धमकी देकर पैसो की माँग करते थे।
आरोपीगण म0 प्र0 के अलावा भी अन्य राज्य गुजरात, महाराष्ट्र, छतीसगढ, दिल्ली के लोगो को इस प्रकार की ठगी का शिकार बना चुके है। इलेक्ट्रानिक साक्ष्यो की एनालिसिस से सामने आया कि आरोपीगण अभी तक म. प्र. में 50-60 लोगो को ठग चूके है लेकिन अधिकतर पीडितो व्दारा सामाजिक बदनामी के डर से रिर्पोट नही की गई है।
आरोपीगणों द्वारा ठगी में प्राप्त की गई राशि तत्काल बैंक से निकालकर खर्च कर ली जाती है । तकनीकी जांच में आरोपीगण द्वारा घटना में एसबीआई,पीएनबी,बीओबी,ऐयरटेल बैंक,एचडीएफसी बैंक के खातो का उपयोग कर ठगी कि राशि जमा करवायी जाती थी। उक्त खातो में आरोपीगण द्वारा अब तक करीबन 60.70 लाख रूपये कि पिछले 1 वर्ष के दौरान ठगी की जा चूकी है ।
“पुलिस कार्यवाही”
सायबर क्राइम जिला भोपाल की टीम द्वारा तकनीकी आधार पर एनालिसिस के पश्चात अपराध पंजीबध्द कर आरोपीयो को हरियाणा व राजस्थान से गिरफ्तार किया। आरोपीयो से अपराध मे प्रयुक्त 5 मोबाईल फोन, 3 एटीएम कार्ड, 10 सिम कार्ड, 5 मेमोरी कार्ड व अन्य दस्तावेजो को जप्त किया गया है।
दौराने जांच ठगी में प्रयुक्त बैंक खातो में शेष जमा राशि को फ्रीज किया जा चूका है। इस मामले में पुलिस टीम के निरी. सुनील केवट, उनि. कविता उईके, उनि मोनिका गरवाल, उनि बृजकिशोर गर्ग, उनि अंकित नायक प्रआर. 7007 पी चिन्ना राव, प्रआर.530 जावेद खान, आर. 1251 प्रशान्त शर्मा, आर 3880 शिवम निलोसे, आर. 3882 शुभम चौरसिया, आर.चा. 919 सुमित समद की काफी सराहनीय भूमिका रही है।