आष्टा । पर्यावरण का संकट प्राचीन काल की तुलना में आज और अधिक गंभीर हो गया हैं। मानव समेत समस्त प्राणी समुदाय का जीवन कष्टमय और अस्तित्व संकटग्रस्त हो गया हैं, ऐसे में पर्यावरण सेवा से आम लोगो को जोडना बहुत ही पुण्य का कार्य हैं। वृक्षारोपण का जहॉ पर्यावरणीय महत्व हैं, वही हमारे धर्मं शास्त्रो में भी वृक्षारोपण का महत्व बताया गया हैं। स्कन्दपुराण में स्पष्ट उल्लेख हैं कि ईश्वर सभी प्राणियो की कृपा करने के लिए वृक्षो में निवास करते हैं। वृक्षो की सेवा से सम्पूर्ण सृष्टि की सेवा करने का पुण्य प्राप्त होता हैं। वृक्षो की सेवा ईश्वर की सेवा के ही समान हैं। वृक्षो की सेवा में जल से सिंचन का स्थान सर्वोपरि हैं। एक वृक्ष पर्यावरण संरक्षण के साथ कई प्राणियो का संरक्षण करता हैं। वृक्ष मित्र संस्था ने वृक्षारोपण के क्षैत्र में काम करने का पुण्य बीडा उठाया हैं, सहकारिता के बिना कोई भी कार्य संभव नही हैं, वृक्ष मित्र संस्था आमजन की सहभागिता से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम करें, लोगो के व्यक्तिगत उत्सवो को वृक्षारोपण से जोडे। उत्सवो पर वृक्षारोपण करें। अपने पूर्वजो की पुण्यतिथि पर वृक्षारोपण करें तथा समाज को वृक्षारोपण के लिए जागृत करें। उक्त आशय के उद्गार नगर के वरिष्ठ समाजसेवी एवं गायत्री शक्तिपीठ के प्रमुख मोहन सिंह अजनोदिया ने स्थानीय श्याम सरोवर तालाब पर निर्मित पार्क में युवा इंजीनियर शुभम शर्मा के जन्म दिवस पर संस्था वृक्ष मित्र द्वारा आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में व्यक्त किये। उन्होने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर जब अपना कहर बरपा रही थी तब प्राणवायु की अहमीयत आम लोगो के समक्ष में आ रही थी।
प्रकृति के साथ सामंजस्य करना ही समय की आवश्यकता हैं। वृक्ष मित्र भाव से इसी विचार, संकल्प को जमी पर उतारने की दृष्टि से नवाचार तरीके से जन्म दिन मनाया गया। सभी उपस्थित जन ने पर्यावरण को शुद्व बनाये रखने के लिए तथा उसके संरक्षण के लिए संकल्प भी लिया। इस अवसर पर पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष कैलाश परमार, मेडीकल एसोसिएशन अध्यक्ष अजीत कुमार जैन, स्वर्गकार समाज अध्यक्ष सुभाष सोनी सांवरिया, दिगम्बर जैन समाज अध्यक्ष यतेन्द्र जैन, राजेश बनवट, पत्रकार नरेन्द्र गंगवाल, पूर्व पार्षद शैलेष राठौर, अनिल धनगर, एडवोकेट सुरेन्द्र परमार, अभिषेक सुराना, स्टोन क्रेशर एसो. अध्यक्ष तेज सिंह ठाकुर, संजय सुराणा, पल्लव प्रगति, जितेन्द्र जैन, राहुल सुराणा, बुरहान सैफी, मृगांक गुप्ता, डॉ. लोकेन्द्र पाल, मयूर नागर, गणेश शर्मा, प्रशाल जैन इंजीनियर, मुश्ताक पहलवान, संतोष मालवीय, श्र्रेयांस जैन, जसवीर परमार, सुनिल परमार, अंकित जैन गोपी, अंकित जैन अलीपुर, रिजवान खान, अफसर खान मंसूरी, गौरव कुशवाह आदि मौजूद थे।