सीहोर। बीमारी से बचाव हमेशा इलाज से बेहतर होता है। थोड़ी सावधानी और सयंम से बड़ी से बड़ी बीमारियों बचा जा सकता है। यह बात कलेक्टर श्री चन्द्र मोहन ठाकुर ने इछावर तथा ग्राम भाउखेड़ी में आयोजित क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में कही। उन्होंने कहा कि सावधानी से कोरोना जैसी महामारी से न केवल बचा जा सकता बल्कि इसे पूरी तरह समाप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन अपनी पूरी क्षामता से कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहा है। वर्तमान में संक्रमण की गति धीमी पढ़ी है लेकिन लापरवाही घातक हो सकती है। उनहोंन कहा कि लोग स्वयं सावधनी और सोशल डिस्टेंसिंग तथा मास्क जैसे सुरक्षात्मक उपाय अपनायेंगे तो कोरोना संक्रमण के चेन जल्द तोड़ने मदद मिलेगी।
बैठक में कलेक्टर श्री ठाकुर ने इछावर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की जानकारी लेते हुए कहा कि सरकारी अमला और क्राइसिस मेनेजमेंट के सदस्य मिलकर नगर तथा गावों में लोगों को जागरूक करेंगे तो जल्द और सार्थक परिणाम मिलेंगे। श्री ठाकुर ने कहा कि कोरोना संक्रमण को प्रथम चरण में ही रोक लिया जाये तो यह फैलेगा नहीं। इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति का किल करोना अभियान के तहत सर्वे किया जाए। शेष बचें हैं उनका जल्द सर्वे कर लिया जाये। श्री ठाकुर ने कहा कि वार्ड एवं ग्राम स्तर पर गठित क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्य प्रत्येक परिवार की जानकारी लेते रहें तथा जहां किसी के बीमार होने या सर्दी, खांसी, जुकाम तथा बुखार होने पर उसे तुरंत अस्पताल या कोविड केयर सेंटर में जांच एवं उपचार के लिये भिजवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने ने कहा कि बाहर से गांव आने वाले लोगों की भी जानकारी ली जाए जो अन्य जिलों या राज्यों से आ रहे हैं।
“कलेक्टर ने इछावर सिविल अस्पताल का किया निरीक्षण”
कलेक्टर श्री चन्द्र मोहन ठाकुर ने इछावर के सिविल अस्पताल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने जब कोई मरीज अस्पताल आता है, तो मरीज और उसके परिजन मानसिक रूप से परेशान और विचलित होते हैं।
उनकी अपेक्षा होती है कि शीघ्र मरीज को भर्ती किया जाए या जल्द इलाज मिले। ऐसे समय में चिकित्सकों एवं अस्पताल के स्टाफ को पूरी संवेदनशीलता के साथ व्यवहार किया जाना चाहिए।
कलेक्टर श्री ठाकुर ने निरीक्षण के दौरान अस्पताल में आने वाले मरीजों का बेहतर इलाज एवं देखभाल सुनिश्चित करने के चिकित्सकों को निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल में जांच एवं दवाओं की उपलब्धता तथा स्टॉफ के बारे में जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण को दृष्टिगत चिकित्सा स्टाफ को संदिग्ध कोराेना संक्रमण के लक्षणों वाले मरीजों आने पर अविलंब उपचार किया जाए। श्री ठाकुर ने अस्पताल के पूरे स्टाफ को कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के समय स्वयं भी कोरोना से बचाव के सभी साधनों का उपयोग करने के लिये कहा। श्री ठाकुर ने स्वयं मेडिकल किट में रखी दवाओं को देखा।