आष्टा। तपस्वी सम्राट परम पूज्य राजतिलक सूरीश्वर जी म. सा. के परम शिष्य आष्टा तीर्थोद्वारक आचार्य भगवंत श्री हर्ष तिलक सूरीश्वर जी म. सा. के 43 वे दीक्षा दिवस के शुभ अवसर पर आष्टा में गुरुभक्तों की ओर से प्रातः कुसमानिया ओर जंजाल खेड़ी घाट पर बन्दरो को 50 किलो ककड़ी,50 किलो चने ,30 किलो लाल टमाटर 50 पैकेट बिस्कुट, 2 किलो नमकीन मिच्चर, 5 किलो गजक, आदि का भोजन कराया।
आष्टा नगर में चल रही तीनो गो शालाओ में लगभग 550 पशुओं को हरा चारा,गुङ खिलाया गया साथ ही श्री नेमि जिनराज जीव रक्षा पांजरा पोल (गो शाला)में 8 नग पौधे भी लगाए गये जिसमे पीपल ,कटल ,सेतुस,के पौधे है।
वही 8 नग चींटियों का नगरा भी जिमाया गया जिसमे खोपरा गोला ,देसी घी,शक्कर ,ओर आटा मिक्स1 था वहीँ पंछियों के लिये 25 किलो चावल और 50 किलो ज्वार भी डाली गई। कोरोना कर्फ्यू में ऐसे परिवार जिनका घर खर्च भी नही चल रहा है ऐसे निर्धन 25 परिवारों को 1500 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से सूखा राशन भी वितरित किया गया।
आज इस दिन को धर्म,ध्यान ,तपस्या, मानव सेवा ,पशु सेवा,पंछियों की सेवा करके मनाया गया और गुरु देव हर्ष तिलक सूरि.म.सा.के स्वस्थ रहने,दीर्घायु होने,देश मे धर्म की ध्वजा लहराते रहने की कामना की गई।
इस अवसर पर गुरु भक्त विपिन सिंघवी ,रिलेश बोथरा ,विपिन बनवट,बंटी मालू, युवराज रोघानी ,राहुल जाट ,नितिन सिंगी, दिनेश जैन ,रमेश वर्मा,धर्मेंद्र चौरसिया का विशेष योगदान रहा।