आष्टा। दर्द-पीड़ा कितनी ही छुपाओ,वो कभी ना कभी लबो पर आ ही जाती है। मप्र सहित पूरे देश मे कांग्रेस के क्या हाल है किसी से छुपे नही है। मप्र में यू तो कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता,वक्ता है लेकिन उनमें से कुछ ही ऐसे दबंग नेता है,जिनकी अक्सर आवाज सुनाई देती है।
सत्ता से वापस विपक्ष में आ कर बैठी कांग्रेस के कई नेताओ की आवाज गुम सी हो गई है,ऐसे में मप्र के दमदार नेता पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा एक ऐसे नेता है,जिनकी आवाज सरकार के गलत कार्यो, गलत नीतियों,परेशान किसान गरीब,पीड़ितों,दुखियों के हक में सुनाई देती है।
आष्टा आगमन पर आष्टा हेडलाइन प्रमुख सुशील संचेती ने उनसे इस ही मुद्दे पर खास चर्चा की ओर पूछा की मप्र में कई कांग्रेस के दिग्गज,बड़े नेता है,पूर्व मुख्यमंत्री,मंत्री,सांसद, विधायक है मप्र में आज कांग्रेस दूसरे नम्बर की सबसे बड़ी पार्टी होने के बाद भी आखिर ऐसा क्या कारण है की मप्र में आवाज केवल सज्जनसिंह वर्मा की ही सुनाई देती है।
हंसते हुए पूछे गये इस प्रश्न के जवाब में सज्जनवर्मा ने एक तरह से ऊपरी मन से पार्टी का तो पूरा बचाव किया लेकिन अंदर जो दर्द था वो छलक ही गया। जवाब देते हुए सज्जनवर्मा ने कहा नही ऐसा नही है,मेरे अलावा हमारे साथी जीतू पटवारी,तरुण भनोट,लखन यादव,जैसे नेता भी आवाज बुलंद करते है,बीच बीच मे हमारे गोविंदसिंह जी दोनों तरफ चल देते है।
सरकार के गलत कार्यो,गलत नीतियों की समय समय पर आलोचना भी करते है। रही बात मेरी तो संचेती में तो शुरू से खुल कर तथ्यात्मक रूप से गलत को गलत कहता हूं,मोदी जी,शिवराजसिंह के खिलाफ बोलने का मुझे खामियाना भी भुगतना पड़ता है। सज्जनवर्मा वर्मा ने आगे कहा हमारे कई पूर्व मंत्रियों, विधायको को भोपाल में शिवराजसिंह जी ने मकान दे दिये है…! तो, मतलब आवाज़ बन्द..!
मेरे द्वारा लगातार बोलने का मुझे ये खामियाना भुगतना पड़ रहा है की शिवराजसिंह जी ने मुझसे मकान देने के लिये चार बार लेटर ले लिया पर मुझे आज तक मकान नही दिया,क्योकि मेरे यहा भीड़ लगती है,बस सज्जनवर्मा के यहा भीड़ ना लगे। कमलनाथ जी के भी रोज बयान आते है,आज ही उनका बयान आया है। कुछ लोगो के नही बोलने के पीछे कोरोना भी एक कारण है,क्योकि सभी को भय और दहशत तो है। अपन तो शुरू से दमदारी से आवाज बुलंद रखते है,विरोध भी दमदारी से करते है।
इस चर्चा में राजनीति के मंजे खिलाड़ी सज्जनवर्मा ने एक तीर से कई पर कई तरह के निशाने साद कर उनके लिये कई यक्ष प्रश्न चिंतन मनन के लिए छोड़ दिये है…? चर्चा में सज्जनवर्मा ने कई नाम गिनाये पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह का नाम नही ले कर एक बड़ा संदेश भी दे दिया।