आष्टा। अभी जावर में एक बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे प्राइवेट यूबीएम मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल को प्रशासन द्वारा बन्द कराने के मामले की स्याही सुखी भी नही थी की कल रात्रि में जावर जोड़ हाईवे पर चल रहे एक और प्राइवेट देवश्री अस्पताल की जांच करने पहुचे जांच दल को एक नही कई छोटी बड़ी अनियमितताए मिली है। वैसे चल रहे इस प्राइवेट देवश्री अस्पताल का रजिस्ट्रेशन है,रजिस्ट्रेशन किसके नाम है इसको लेकर कुछ भ्रांति उत्पन्न हो रही है। जिले से वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर रात्रि में जावर तहसील के नायब तहसीलदार शेखर चौधरी,जावर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉ अमित माथुर जांच हेतु जावर के देवश्री अस्पताल पहुचे तो पाया की अस्पताल का रजिस्ट्रेशन है,सीएमएचओ की परमिशन से इस अस्पताल में कोविड के मरीजो के इलाज के लिये 20 बेड स्वीकृत किये गये है,कोविड के मरीजो का इलाज अस्पताल में बीएचएमएस डॉक्टर देवेन्द्र सिंह ठाकुर करते मिले,जो अपात्र है वे होम्योपैथी विधा के डॉक्टर होने के बाद मरीजो का एलोपैथी विधा से कैसे इलाज कर सकते है,वो भी कोविड के मरीजो का तो वे इलाज कर ही नही सकते है,पर जांच दल को इलाज करते मिले ये गम्भीर मामला जांच में उजागर हुआ है।
जांच दल के शेखर चौधरी, डॉ अमित माथुर ने जब पूछा तो बताया देवास से एमबीबीएस डॉक्टर आते है,लेकिन वे तीन चार दिनों से नही आये है, जांच दल ने जब मरीजो से इलाज के नाम पर जो राशि ली जा रही उसके बिल चेक किये तो उन बिलो में डॉक्टर की विजिट के नाम पर 1 हजार की राशि जुड़ी पाई जब डॉक्टर है ही नही,तीन चार दिनों से आया नही तो विजिट के नाम पर उक्त राशि की मरीजो से वसूली क्यो। जांच दल के सदस्य शेखर चोधरी ने बताया की जितने बेड की परमिशन थी,उससे ज्यादा बेड अस्पताल में लगे पाये गये। कोविड के मरीजो की जानकारी सार्थक पोर्टल पर रोजाना अपडेट करना चाहिये जिसके स्पष्ट निर्देश सभी अस्पतालों को हे, जो नही हो रही थी।
जांच दल के सदस्यों का कहना है उक्त देवश्री अस्पताल का रजिस्ट्रेशन देवास के किसी डॉ गुर्जर के नाम है,जबकि इस अस्पताल के संचालक देवेंद्रसिंह ठाकुर का कहना है इस अस्पताल का रजिस्ट्रेशन मेरे नाम से है ये भी जांच का विषय है की ये मामला है क्या, वास्तव में देवश्री अस्पताल का रजिस्ट्रेशन है किसके नाम.? कल रात्रि में जब जांच दल अस्पताल पहुचा तो पाया अस्पताल में करीब 23 मरीज कोविड के इलाज हेतु भर्ती पाये गये। अब बड़ा प्रश्न यह है की एक बीएचएमएस डॉक्टर कोविड के मरीजो का इलाज कैसे कर रहा है,क्या इस मामले को वरिष्ठ अधिकारी संज्ञान में लेंगे,क्या ये मरीजो की जान के साथ खिलवाड़ नही है.!
इनका कहना है:- वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर जावर जोड़ हाईवे पर संचालित प्राइवेट अस्पताल देवश्री की मेने एवं डॉ अमित माथुर ने जांच की,जिसमे कोविड के 23 मरीज भर्ती मिले,20 की परमिशन थी,कोविड के मरीजो का इलाज डॉ देवेन्द्र सिंह ठाकुर करते पाये गये जो की बीएचएमएस है,एमबीबीएस नही है,कोविड मरीजो की जानकारी भी सार्थक पोर्टल पर अपडेट नही की जा रही है,जांच प्रतिवेदन भेजा जा रहा है-शेखर चोधरी नायब तहसीलदार तहसील जावर
इनका कहना है:- अस्पताल को कोविड सेंटर की परमिशन है,कोविड मरीजो की जानकारी सार्थक पोर्टल पर तकनीकी कारणों से अपडेट नही हो पा रही है,सीधे सीएमएचओ कार्यालय भेज रहे है,बीएचएमएस भर्ती मरीजो का इलाज नही कर सकते,किसी के अंडर में तो कर सकते है,देवश्री अस्पताल का रजिस्ट्रेशन मेरे नाम से है:-डॉ देवेन्द्र सिंह ठाकुर संचालक देवश्री अस्पताल जावर