सीहोर।आष्टा के पुष्प कल्याण निजी अस्पताल का पंजियन निरस्त कर दिया गया है। निरस्त करने के साथ ही अस्पताल में भर्ती मरीजों को अन्य अस्पतालों में शिफ्ट करने के निर्देश दिये गये हें। चिकित्सालय में भर्ती मरीजों या उनके परिजनों द्वारा जो शुल्क दिया गया है उसे वापस लौटाने के निर्देश दिये गये हैं ।
यह कार्यवाही कलेक्टर श्री अजय गुप्ता द्वारा प्रसूता की मृत्यु के उपरांत गठित मजिस्ट्रियल जांच समिति की अनुसंशा पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुधीर कुमार डेहरिया द्वारा की गई।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुधीर कुमार डेहरिया ने जानकारी दी कि मृतिका प्रतिक्षा शर्मा की मृत्यु की जांच मजिस्ट्रीयिल समिति जिसमें श्री रवि कुमार वर्मा डिप्टी कलेक्टर, डॉ आनन्द शर्मा सिविल सर्जन, डॉ बी.के. चतुर्वेदी चिकित्सा अधिकारी द्वारा की गई। समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों द्वारा जांच में पृथमदृष्टया पुष्प कल्याण जिली अस्पताल प्रबंध द्वारा प्रसूता की प्रसूती के दौरान निर्धारित सतर्कता, चिकित्सकीय मापदंण्ड अनुसार चिकित्सकीय उपचार उपलब्ध कराने में असफल रहा।
पूर्णकालिक स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं निश्चेतना विशेषज्ञ न होने उपरांत भी अप्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ द्वारा सीजेरियन डिलेवरी जैसे संवेदनशील चिकित्सकीय सेवाऐं दी जा रही है जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जनमानस के एवं मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया अधिनियम 1956 एवं नर्सिंग होम अधिनियम 1973 के तहत अपराध है। समिति द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर पुष्प कल्याण निजी अस्पताल आष्टा का पंजियन 22 मार्च से निरस्त किया गया है।
आज यही सूचना के आधार पर आष्टा विधायक श्री रघुनाथसिंह मालवीय प्रातः धरना स्थल पर पहुचे,पीड़ित दुखी परिजनों को अवगत कराया कि आज शाम तक कार्यवाही हो जायेगी, आप धरना समाप्त कर देवे,वे धरने पर बैठे मृतिका प्रतीक्षा शर्मा के माता पिता,बहन आदि को जूस पिला कर धरना समाप्त करने की बात कर रहे थे,तभी पीड़िता के परिजनों ने कहा वे ना ही जूस पियेंगे ओर ना ही अभी धरना समाप्त करेंगे,धरना तभी शाम 5 बजे समाप्त करेंगे जब अस्पताल सील हो जायेगा। यह सुन विधायक धरना स्थल से रवाना हो गये।