आष्टा। बीते पांच दिनों से आष्टा नगर में तहसील के सामने दिसम्बर में आष्टा नगर के एक प्राइवेट अस्पताल में एक प्रसूता प्रतीक्षा शर्मा की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद से ही आष्टा नगर में करीब 3 माह से आंदोलन हो रहे है। घटना के बाद मजिस्ट्रीयल जांच में उक्त अस्पताल प्रबंधन,दो डॉक्टर,एक सिस्टर को दोषी पाया गया।
जांच के बाद आष्टा पुलिस ने 3 पर मामला दर्ज तो किया लेकिन 2 माह बाद भी पुलिस किसी भी आरोपी को आज तक गिरफ्तार नही कर सकी,ना ही स्वास्थ विभाग ने अस्पताल पर कोई कार्यवाही की। कार्यवाही होने,आरोपियों की गिरफ्तारी का इंतजार करते करते जब परिजनों के धैर्य का बांध टूट गया तब 15 मार्च से मृतक प्रसूता प्रतीक्षा के परिजन,माता पिता,बहन नगर के नागरिक,महिलाएं पीड़ितों के समर्थन में आ गये। 5 दिनों से रोजना धरना,प्रदर्शन,ज्ञापन दिये जा रहे है।
आष्टा हैडलाइन ने लगातार इस मामले में तथ्यात्मक खबरों को प्रसारित किया,सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार आष्टा हैडलाइन की खबरों से पूरे सीहोर जिले में हलचल मची है,हमारे पास सूत्रों से ये खबर है की आष्टा हैडलाइन की खबरों के बाद प्रशासन के कानों में जूं रेंगी है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार पीड़ित परिवार मुख्य रूप से दो मांगो को लेकर आंदोलनरत है पहली मांग आष्टा पुलिस ने प्रसूता की मौत के बाद जांच रिपोर्ट आने के बाद जिन तीन लोगों पर मामला दर्ज किया उन्हें गिरफ्तार करे, दूसरी मांग है की जब जांच रिपोर्ट में अस्पताल प्रबंधन को भी दोषी पाया गया तो स्वास्थ विभाग ने करीब 3 माह बाद भी कोई कार्यवाही क्यो नही की।
5 दिनों से आष्टा हैडलाइन ने हर मुद्दे को अपनी खबरों में उठाया उसका असर होते नजर आ रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इन दोनों मांगो में से किसी भी एक या सफलता मिल गई तो दोनों मांगो पर जल्द कार्यवाही हो सकती है या तो स्वास्थ विभाग कोई कार्यवाही करें या पुलिस कोई खबर दे सकती है ।