आष्टा। अनुविभागीय अधिकारी श्री विजय कुमार मंडलोई द्वारा चिन्हित करीब 43 अवैध कालोनियों के कालोनाइजरों को नोटिस थमाये जाने के बाद पिछले दिनों आष्टा एसडीएम द्वारा कलेक्टर सीहोर को 12 अवैध कालोनियों के कालोनाइजरों के खिलाफ मामला दर्ज कराने की स्वीकृति हेतु कलेक्टर सीहोर को जो फाइले भेजी थी,सीहोर कलेक्टर द्वारा हरी झंडी मिल जाने के बाद 10 मार्च को एसडीएम आष्टा की ओर से आष्टा,जावर,पार्वती थाने को उनके थाना क्षेत्र की करीब 12 अबैध कालोनियों के कालोनाइजरों के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने के लिये पत्र भेजे गये है। आष्टा एसडीएम द्वारा पार्वती थाने को 7,आष्टा थाने को 3,जावर थाने को 2 कुल 12 अवैध कालोनियों के कालोनाइजरों के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की सूची,पत्र सहित भेजी गई। कार्यवाही हेतु भेजे पत्र के 3 दिन बीत जाने के बाद भी इन तीनो थानों में अभी तक किसी भी कालोनाइजरों के खिलाफ कोई प्रकरण दर्ज नही होना चर्चा का विषय बना हुआ है। आखिर ऐसा कौन सा बड़ा कारण सामने आ खड़ा हुआ की एसडीएम के द्वारा भेजे पत्र पर कार्यवाही करने से पुलिस के हाथ थमे हुए है.? आष्टा एसडीएम के द्वारा भेजे पत्र के करीब 72 घण्टे बाद भी 12 में से किसी भी कॉलोनाइजर के खिलाफ कोई प्रकरण दर्ज नही हुआ है.?
ये तो हुई प्रकरण दर्ज नही करने की बात। अब बात करते है 26 फरवरी को आष्टा अनुविभाग के इन तीनो थानों में एसडीएम आष्टा के पत्र के बाद 14 भूमाफियाओं,अवैध कालोनियों के कालोनाइजरों के खिलाफ मामले दर्ज किये गये थे,जिसमे आष्टा थाने में 5,पार्वती थाने में 6,जावर थाने में 3 पर प्रकरण दर्ज किये थे, इनमें से खबर है की 15 दिन बाद भी एक भी भूमाफिया को गिरफ्तार नही कर सकी है। जबकि ये सभी भूमाफिया यत्र तत्र सर्वत्र घूमते देखे जा सकते है। सूत्रों से खबर है की कुछ अग्रिम जमानत के चक्कर मे प्रयास रत है। 12 के खिलाफ 3 दिन बाद भी प्रकरण दर्ज नही होना एवं जिनपे प्रकरण दर्ज हो चुके उनकी गिरफ्तारी नही होना कुछ तो कहता है.? अब ये कुछ जो है,वो क्या है,क्यो है,ये तो वे ही जाने जिन्हें जानना है!