भोपाल। राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद संस्कारधानी जबलपुर में पुण्य सलिला माँ नर्मदा के ग्वारीघाट पर माँ नर्मदा की महाआरती में शामिल हुए। उन्होंने स्वास्तिवाचन, हर-हर नर्मदे और नर्मदाष्टकम् के श्लोकों की गूँज के बीच पूरे विधि-विधान से पुरोहितों की मौजूदगी में माँ नर्मदा की पूजा-अर्चना की।
धर्म और आध्यात्मिकता से सराबोर राष्ट्रपति श्री कोविंद माँ नर्मदा की महात्म्यता से अभिभूत हो गये। उन्होंने ग्वारीघाट में नर्मदा के अलौकिक सौंदर्य को निहारा। इसके बाद देव दीपावली से नजारे के बीच अर्द्ध-चंद्राकार में बने मंच से माँ नर्मदा आरती के दर्शन भी किये। राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल, सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश श्री शरद अरविंद बोवड़े और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान भी नर्मदा आरती में शामिल हुए।
सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश श्री अशोक भूषण, केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रहलाद सिंह पटेल एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती पुष्पलता पटेल, केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, सांसद श्री राकेश सिंह और राज्यसभा सांसद श्री विवेक कृष्ण तन्खा भी महाआरती में शामिल हुए। माँ नर्मदा की भव्य आरती में राज्य मंत्री आयुष (स्वतंत्र प्रभार) जल संसाधन श्री रामकिशोर कांवरे, विधायकगण सहित धर्माचार्य और संत समाज मौजूद रहे। केन्द्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय के तत्वावधान में आयोजित नर्मदा महाआरती की संपूर्ण व्यवस्था का दायित्व केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने निभाया।
फूलों और रंगोली के साथ आकर्षक विद्युतीय साज-सज्जा की दूधिया रोशनी की जगमगाहट से रात के अंधेरे में भी सुबह जैसी रोशनी से दमकते उमाघाट पर जब सात अर्चकों ने नर्मदा महाआरती को भव्यता दी, तो धर्म, अध्यात्म, आस्था और श्रृद्धा से ग्वारीघाट का पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया।