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आष्टा । आष्टा कृषि उपज मंडी में जब से मंडी सचिव के रूप में मोहन सिंह मालवीय पदस्थ हुए हैं । तब से लेकर लगातार आष्टा कृषि उपज मंडी खबरों की सुर्खियों में बना हुआ है । मंडी सचिव मोहनसिंह मालवीय की अनदेखी और लापरवाही तथा समस्याओं को पैदा करने वालो को संरक्षण देने के कारण एवं इस आष्टा मंडी में वर्षों से जमे हुए कुछ अधिकारी और कर्मियों के कारण लगातार मंडियां में शिकायतों का अंबार लगा हुआ है ।

अभी कुछ दिनों पूर्व आष्टा मंडी प्रांगण में कैंटीन की नीलामी की राशि समय सीमा में जमा नही करने के बाद भी इस मामले को देखने वाले मंडी के जिम्मेदार पर मंडी प्रशासन एवं मंडी बोर्ड ने कोई कार्यवाही नही की जब ये मामला खबरो की हैडलाइन बनी तब मंडी प्रशासन जागा जरूर लेकिन अभी भी इस मामले को लेकर प्रश्न खड़े है कि समय सीमा में नीलामी की राशि उस समय क्यो जमा नही कराई,अभी भी क्या राशि बाकी है इसकी जांच हो.? ।

अभी ये मामला ठंडा भी नही हुआ था की उसके बाद दीपावली अवकाश में आष्टा कृषि उपज मंडी में कुछ नये अतिक्रमण हो गए । जब दीपावली अवकाश के बाद मंडी खुली तब ये नये अतिक्रमण सुर्खियों में आये ये खबरो की हैडलाइन भी बन गई। जब मंडी प्रांगण में हुआ अतिक्रमण को मंडी प्रशासन ने गम्भीरता से नही लिया हो सकता है इसके पीछे कोई बड़ा कारण रहा हो जो ना निगला जा सकता था और ना उगला जा सकता था । अतिक्रमण की खबरें सुर्खियों में बनी रही जब पत्रकारों ने इस मुद्दे को उठाया तब मंडी प्रशासन एवं व्यापारियों ने इसको लेकर पत्रकारों को भी निशाने पर लेने,कलम कैमरे की आवाज को दबाने की भी कोशिशें भी हुई।

मामला थाने भी पहुचा जो थाने में भी अभी विचाराधीन है। आज भी कुछ लोगो ने बिना नाम लिये इस मामले में पत्रकारो पर निशाना साधा इसको लेकर एक पत्रकार की तीखी बहस भी हुई । अभी अतिक्रमण का मामला थमा ही नही था कि हाल ही में मंडी के एक वरिष्ठ व्यापारी की दुकान के सामने उसके खड़े ट्रक से करीब 70/80 लीटर डीजल एवं खड़े ट्रक के डिक्स सहित दो पहिये अज्ञात चोर चुरा ले गये जिसने मंडी की पूरी सुरक्षा व्यवस्था,लाखो खर्च कर लगाये सीसीटीवी कैमरों की पोल खोल दी। जिस मंडी में करीब 40 से अधिक सुरक्षा कमी कार्यरत हो उस मंडी में कैसे चोरी हो गई बड़ा प्रश्न है।

आखिर ये सुरक्षा कर्मी कहा तैनात रहते है जरा इसकी भी एक बार जांच हो ही जाये।
व्यापारियों ने इस लापरवाही की मंडी प्रशासन को एवं पुलिस को शिकायत की। व्यापारी की रिपोर्ट पर चोरी का मामला भी दर्ज हुआ है। अपनी लापरवाहियों,मनमानी का ठीकरा पत्रकारो पर फोड़ने का मंडी में फैसन बनता जा रहा है। जो लोग पत्रकारो पर आरोप लगाते है वे अपने गिलेवान मे भी एक बार झांक ले तो अच्छा होगा। लगातार पत्रकारों द्वारा आष्टा कृषि उपज मंडी की गंभीर नियमितताओं को उजागर करने, अतिक्रमांक सहित अन्य खबरों को प्रकाशित करने को मंडी बोर्ड ने आखिरकार संज्ञान लिया और आष्टा कृषि उपज मंडी के सचिव को कड़ी फटकार लगाई तब मंडी सचिव ने आज अतिक्रमण हटाने के कार्य का श्री गणेश किया ।

जैसे ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई प्रारंभ हुई आष्टा कृषि उपज मंडी के व्यापारी इसको लेकर मैदान में आ गए और मंडी प्रशासन एवं मंडी के व्यापारी इस मामले को लेकर अपनी अपनी बातों को लेकर आमने-सामने हो गए । वही मंडी प्रशासन का कहना है कि आष्टा कृषि उपज मंडी में लगभग 45 अतिक्रमण कर्ताओं को नोटिस जारी किए गए हैं । सबसे बड़ा प्रश्न यह खड़ा होता है कि आष्टा कृषि उपज मंडी में लंबे समय से अतिक्रमण कर्ताओं को हर बार नोटिस दिया जाता है और नोटिस जारी होने के बाद वह मामला ठंडा पड़ जाता है फिर कुछ दिनों बाद नोटिस जारी होते हैं फिर मामला ठंडा हो जाता है आखिर इस नोटिस जारी होने और मामले को ठंडा होने के बीच की ऐसी कौन सी कड़ी है जो अतिक्रमण हटाने में बाधक बनती है । इसकी भी गंभीरता और गहराई से जांच होना चाहिए की अभी तक कितनी बार अतिक्रमण हटाने के नोटिश जारी हुए,कितनी बार कार्यवाही हुई,कार्यवाही नही हुई तो क्यो नही हुई .?

आज जब अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई प्रारंभ की तब मंडी के व्यापारियों ने इसका कड़ा विरोध करते हुए नीलामी कार्य बंद कर दिया । तब आष्टा कृषि उपज मंडी में अपनी कृषि उपज बेचने आए किसान परेशान होते रहे । भारतीय किसान संघ के जिला अध्यक्ष श्री राकेश वर्मा को जब यह जानकारी लगी तब उन्होंने आष्टा एसडीएम श्रीमती स्वाति उपाध्याय एवं कलेक्टर को इसकी शिकायत की । हुई शिकायत एवं खबर लगते ही मंडी में आष्टा एसडीएम और टी पहुंचे तथा कानून व्यवस्था की जो स्थिति निर्मित हो रही थी उसको लेकर मंडी में मंडी प्रशासन व्यापारी एसडीएम पुलिस सबकी संयुक्त बैठक ली, जो खबर लिखे जाने तक जारी थी ।


मंडी में जो कुछ चल रहा है,जो हो रहा है उसे कृषि मंत्री,मंडी बोर्ड को जल्द संज्ञान लेना होगा,वर्तमान सचिव को हटा कर यह नये सचिव को भेजना चाहिये तथा जो इस मंडी में वर्षो से जमे है उन अधिकारियों,कर्मियों को यहा से बिदाई करना चाहिये तब ही इस ए क्लास की मंडी की शानदार छबि बरकरार रह सकती है। सूत्र बताते है कि इस वर्ष आष्टा मंडी कई मामलों में पिछड़ गई है..? ।

मंडी में सभी पक्षो की बैठक के बाद अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही स्थगित कर दी गई एवं एसडीएम ने इस मामले में जो 44 नोटिश जारी किये उसकी समीक्षा करने की बात कही है। वही मंडी व्यापारी संघ के अध्यक्ष रूपेश राठौर का कहना है,कुछ विषयो को लेकर नाराजी हो गई थी,बैठक के बाद सब ठीक हो गया है,आज जो उपज थी नीलम कर दी है,सोमवार से नीलामी रोज की तरह होगी।

इनका कहना है..

मंडी में आज अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही शुरू की गई थी,इसको लेकर मंडी के व्यापारियों ने अपना विरोध दर्ज कराया था,नीलामी भी रोक दी थी,सभी के साथ बैठक की है,चर्चा से समाधान निकालने के प्रयास कर रहे है,मंडी द्वारा करीब 44 लोगो को अतिक्रमण के नोटिश जारी किये गये थे उसकी समीक्षा की जायेगी, अतिक्रमण मुहिम अस्थाई रूप से स्थगित की है,सोमवार से मंडी चलेगी-श्रीमति स्वाति उपाध्याय मिश्रा एसडीएम एवं भारसाधक अधिकारी आष्टा

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