आष्टा । सीहोर जिले के आष्टा के शांति नगर में रहने वाले कारोबारी मनोज परमार के निवास पर 5 दिसम्बर को अल सुबाह करीब 5 से 6 बजे दनदनाती हुई कई गाड़ियो में सवार ईडी की एक बड़ी टीम ने छापा मारा था। सुबाह 6 बजे से रात करीब 10 बजे तक इस टीम की जांच चलती रही टीम के कुछ सदस्य आष्टा के उप पंजीयक कार्यालय भी पहुचे थे।
सबसे पहले इस छापे की खबर को हमने ही ब्रेक किया था। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार ईडी की टीम को मनोज परमार के यहा से कई बेनामी दस्तावेज , आपत्तिजनक दस्तावेज , चल – अचल संपत्तियो के दस्तावेज आदि मिलने की सूत्रो के हवाले से खबर है। मनोज परमार के आष्टा व अन्य ठिकानों से क्या क्या,कितनी राशि का मिला इसकी जानकारी ईडी ने अपनी प्रेस रिलीज में दी है। जब 5 दिसम्बर को हमे मनोज परमार के निवास पर छापे की जानकारी लगी तब हम उनके निवास पर भी रात्रि में पहुचे थे तब छापे की कार्यवाही आई टीम द्वारा जारी थी।
घर के बहार सशत्र जवान तैनात थे। उस वक्त हमने काफी प्रयास टीम के किसी अधिकारी से मिलने जानकारी लेने की कोशिश की थी लेकिन ऐसा हो नही सका था।
आज ईडी ने जो जानकारी जारी की उसके अनुसार ईडी के भोपाल झोन आफिस टीम ने मनोज परमार के इंदौर-सीहोर(आष्टा) के 4 स्थानों पर छापे की कार्यवाही की है। तथा उनका बैंक खाता जिसमे 3 लाख 50 हजार का बैलेंस है उसे सीज किया है । ईडी ने यह जानकारी 7 दिसम्बर को दोपहर 1.17 बजे अपने एक्स अकाउंट पर जारी की है।
इसको लेकर मप्र भाजपा के प्रवक्ता श्री नरेन्द्र सलूजा ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है और कांग्रेस से जवाब मांगा है की कांग्रेस बताये उसके कारोबारी मनोज परमार से क्या संबंध है,उसके बच्चों की जो गुल्लक टीम है,जिसने समय समय पर कांग्रेस के नेता राहुल गांधी से लेकर हिमाचल के सीएम सुखविंद्रसिंह सुक्खू,मप्र के पूर्व सीएम कमलनाथ को जो गुल्लक भेंट की
“भाजपा प्रवक्ता श्री नरेन्द्र सलूजा ने अपने एक्स अकाउंट पर कांग्रेस पर करारा हमला करते हुए लिखा है की
ये वही आष्टा का उद्योगपति मनोज परमार है ,जो रात दिन भाजपा को कोसता है ,जिसने अपने बच्चों की एक “गुल्लक टीम” बनायी हुई है…
ये गुल्लक टीम राहुल गांधी से लेकर कमलनाथ जी ,पवन खेड़ा ,भूपेश बघेल ,हिमाचल के मुख्यमंत्री व अन्य बड़े कांग्रेस के नेताओ को समय-समय पर पैसों की गुल्लक भेट करती है…
नरेंद्र सलूजा ने आगे लिखा है कि
बच्चों की गुल्लक टीम
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी ये राहुल गांधी को गुल्लक भेट करने पहुची थी…
ख़ुद राहुल गांधी ने गुल्लक टीम के सदस्यो का फोटो सहित ट्वीट किया था…
ये गुल्लक टीम कांग्रेस का प्रचार करती है ,दिन भर सोशल मीडिया पर भाजपा को कोसती है…
मनोज परमार रात दिन अपनी इस गुल्लक टीम को प्रमोट करता है…
ये मनोज परमार पूर्व में 420 के मामले में जेल की हवा भी खा चुका है….इस पर 376 का भी मामला दर्ज हो चुका है…
इस गुल्लक टीम की आड़ में भ्रष्टाचार की कमाई का कैसा खेल खेला जा रहा था…यह आज पता चला है…?
जिसकी सच्चाई इस छापे से सामने आई है…
ऐसा लगता है कि गुल्लक की आड़ में एक ख़ास एजेंडा चलाया जा रहा था…?
काली कमाई को कांग्रेस के नेताओ तक पहुँचाया जा रहा था…?
कांग्रेस के नेताओ के साथ नजदीकियाँ बताकर बड़ा खेला किया जा रहा था…?
मध्यप्रदेश के एक बड़े कांग्रेस के नेता का इन्हें खुल संरक्षण प्राप्त है…!
इस छापे के बाद कांग्रेस को जवाब देना चाहिये…कि अभी तक गुल्लक की आड़ में उसको कितने पैसे पहुचे है…? मनोज परमार जैसे लोगो से कांग्रेस के क्या संबंध है….?” आष्टा नगर कांग्रेस ने भी इस गुल्लक टीम को लेकर शांति नगर में मनोज परमार के ही एक अन्य भवन में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया था।
भाजपा प्रवक्ता के हमले के जवाब में अभी तक कांग्रेस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नही आई है,। सभी को इस मामले को लेकर कांग्रेस की प्रतिक्रिया आने का इंतजार है..! हमे भी इंतजार है…!
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार ईडी के छापे में टीम को मनोज परमार के यहा से बहुत कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज सहित अन्य कई दस्तावेज मिले है। क्या क्या मिला है इसकी अधिकृत जानकारी ईडी ने अभी जारी नही की है उसका भी इंतजार है।
खबर है की मनोज परमार के आष्टा स्तिथ शांति नगर वाले घर के बहार उसकी एक चुपहिया वाहन है उस पर दो हूटर भी लगे है वो हूटर वैध तरीके से लगे है या अवैध इसकी भी जांच स्थानीय यातायात पुलिस को करना चाहिये। जैसे जैसे जांच आगे बढ़ेगी उम्मीद है वैसे वैसे ओर कई नये नये खुलासे भी हो सकते है..!
“ईडी द्वारा अंग्रेजी में जारी की प्रेस रिलीज का हिंदी अनुवाद”
प्रेस रिलीज
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), भोपाल जोनल कार्यालय ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत मनोज परमार और अन्य के मामले में मध्य प्रदेश के सीहोर और इंदौर जिलों में स्थित 04 परिसरों पर 05.12.2024 को तलाशी अभियान चलाया है। , 2002. तलाशी में उन प्रमुख व्यक्तियों के आवासीय परिसरों को शामिल किया गया जो अपराध की आय के लाभार्थी थे या जिन्होंने बैंक धोखाधड़ी में ऐसे व्यक्तियों को सक्रिय रूप से सहायता/प्रेरित किया था।
तलाशी के दौरान विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज और अचल/चल संपत्तियों का विवरण मिला और जब्त कर लिया गया। तलाशी के दौरान कुछ व्यक्तियों के बयान दर्ज किए गए और रुपये का बैंक बैलेंस दर्ज किया गया। 3.5 लाख रुपए फ्रीज कर दिए गए हैं। तलाशी के दौरान प्रमुख व्यक्तियों की 04 अचल संपत्तियों का विवरण भी मिला।
ईडी ने पीएनबी के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक यानी मार्क पायस करारी और मनोज परमार के खिलाफ आईपीसी, 1860 की विभिन्न धाराओं के तहत सीबीआई, भोपाल द्वारा दर्ज एफआईआर/चार्जशीट के आधार पर जांच शुरू की। एफआईआर और आरोप पत्र की जांच से पता चला कि धनराशि रु। प्रधान मंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) और मुख्यमंत्री युवा उधमी योजना (सीएमवाईयूवाई) योजनाओं के तहत ऋण के रूप में 6 करोड़ (लगभग) का लाभ उठाया गया था, लेकिन इसका दुरुपयोग किया गया।
जांच के दौरान, बैंक खाते के विश्लेषण से पता चला कि बैंक फंड को विभिन्न स्वामित्व वाली कंपनियों/फर्मों में भेज दिया गया था और बाद में संपत्तियों में निवेश के उद्देश्य से नकद में निकाल लिया गया था।
आगे की जांच जारी है.