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आष्टा । वीआईटी यूनिर्वसिटी भोपाल के 5 वे दीक्षांत कार्यक्रम में शामिल होने आष्टा के ग्राम कोठरी आये मप्र के मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव जब कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद भोपाल के लिये रवाना होने के लिये कार्यक्रम स्थल से हेलीपैड जाते वक्त कोठरी के परेशान सैकड़ो किसानों के एक प्रतिनिधि मंडल ने

मुख्यमंत्री श्री डॉ मोहन यादव को वीआईटी द्वारा अनेकों किसानों के खेतों की ओर जाने वाले रास्ते को रोकने,शासकीय जमीन गोहा एवं नाले पर अतिक्रमण कर निर्माण करने की शिकायत की एवं विस्तृत जानकारी से युक्त सभी किसानों की ओर से एक ज्ञापन प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को सौपा।

ज्ञापन लेने के पूर्व पीड़ित किसानों ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि वे किस तरह इस वीआईटी यूनिवर्सिटी से वर्ष 2021 से परेशान है। वर्ष 2021 से 2024 तक हम सभी पीड़ित मुख्यमंत्री कार्यालय, आष्टा तहसील से लेकर कलेक्टर कार्यालय सीहोर,पुलिस थाने,नप कोठरी विधायक आष्टा सहित सभी स्थानों पर अपनी पीड़ा बता चुके,ज्ञापन सोप चुके लेकिन आज तक किसानों को न्याय नही मिला।

सभी पीड़ितों को अब मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से न्याय की उम्मीद है। मुख्यमंत्री ने पीड़ितों की सुनी,ज्ञापन लिया और मामले को देखने का भरोसा दिया। आज जो प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री से मिला उसमे चंदरसिंह,हेमराज मानकर,महेन्द्र दलपति,राहुल शामिल थे।

इसमें से किसान चंदरसिंह ने इस प्रतिनिधि को बताया की मुख्यमंत्री जी ने हमारी पूरी प्रमुख बात बड़े धयान से सुनी उन्हें हमने बताया की किस तरह वीआईटी ने कोठरी क्षेत्र के करीब 150 से 200 किसानों का उनके खेतो तक जाने के पुराने रास्ते,गोहा, सरकारी नाले की जमीन पर अतिक्रमण कर खेतो तक जाने वाले रास्ते को बन्द कर दिया है।

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वही खसरा क्र 962 वाले रास्ते पर अतिक्रमण कर बिल्डिंग बना ली और पूरा रास्ता अवरुध्द कर दिया है। पीड़ित किसानों ने जो ज्ञापन सौपा उसमे उन्होंने बताया कि वीआईटी ने खसरा क्र 1090 में से 932,

936 में से 944 वाले रास्ते से होते हुए 962 वाले रास्ते पर वीआईटी द्वारा जबरन कब्जा किया जा रहा है । वीआईटी ने शासकीय भूमि गोहा एवं शासकीय नाले खसरा क्र 1176/5 को अवैध रूप से कब्जा कर उसे अपने कैम्पस में अंदर कर लिया है। सीवेज का गंदा पानी नाले के साथ खेतो में डाला जा रहा है। किसानों को डराया धमकाया जाता है ।

ज्ञापन में जानकारी दी कि हम पीड़ित किसान वर्ष 2021 से इसको लेकर शिकायत करते आ रहे है। 26 मई 2021 को आष्टा थाने में,27 मई 2021 को तत्कालीन मुख्यमंत्री जी को,27 मई 2021 को नगर परिषद कोठरी को,28 मई 2021 को कलेक्टर सीहोर को,

20 फरवरी 2024 को पुनः कलेक्टर सीहोर को,2 अक्टूम्बर 2024 को राजस्व मंत्री श्री करणसिंह वर्मा एवं विधायक श्री गोपालसिंह इंजीनियर को ज्ञापन सौप चुके। अधिकारी भी आये लेकिन अभी तक सभी किसान न्याय नही मिलने से परेशान है। आज किसानों की ओर से मुख्यमंत्री से मांग की गई है की सरकारी जमीन,पुराने रास्ते को अतिक्रमण से मुक्त करा कर किसानों को न्याय दे।


आज मप्र के मुख्यमंत्री श्री डॉ मोहन यादव के आष्टा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम कोठरी आगमन पर आष्टा विधायक श्री गोपालसिंह इंजीनियर ने मुख्यमंत्री की अगवानी कर उनका स्वागत सम्मान किया।
आज जब इस मामले में हमने कोठरी नप के सीएमओ श्री नरेन्द्र कुमार जाटव से जानकारी ली कि 2021 में किसानों ने नप को अतिक्रमण की शिकायत की थी उस पर क्या कार्यवाही की गई थी।

इस पर सीएमओ श्री जाटव ने बताया की 2021 में में यहा नही था। मेरे समक्ष ग्रामीणों ने कल एक ज्ञापन अतिक्रमण को लेकर दिया है,चूंकि उक्त मामला पूरी तरह राजस्व से सम्बंधित है इसलिये जल्द ही हम उक्त ज्ञापन को अपने प्रतिवेदन के साथ कार्यवाही हेतु तहसील आष्टा भेजेंगे ।

लम्बे समय से चल रहे उक्त मामले में आज तक वीआईटी की ओर से लगे आरोपो,हुई शिकायतों पर अपनी ओर से कोई अधिकृत बयान जारी नही किया गया,ना ही प्रेस को इस मामले में कोई प्रेस नोट रिलीज किया गया । वीआईटी की ओर से अधिकृत पक्ष के आने का इंतजार है…

इनका कहना है..
कोठरी के किसानों ने वीआईटी द्वारा अतिक्रमण कर निर्माण कार्य करने की शिकायत पर जो निर्माण कार्य हो रहा था उसे तत्काल रुकवा दिया है,वीआईटी द्वारा अतिक्रमण किये जाने की शिकायत की जांच करवाई जा रही है,हल्के के पटवारी से भी प्रतिवेदन मांगा गया है-श्रीमति स्वाति उपाध्याय एसडीएम अनुविभाग आष्टा

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