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आष्टा । न्यायालय परिसर, आष्टा में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के आदेशानुसार आज 14 सितम्बर 2024 को नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया । सर्वप्रथम माॅ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष तहसील विधिक सेवा समिति, आष्टा की अध्यक्ष / प्रथम जिला न्यायाधीश, श्रीमती शिप्रा पटेल एवं द्वितीय जिला न्यायाधीश श्री उमेश पटेल, न्यायाधीश श्रीमती वंदना त्रिपाठी

न्यायाधीश श्री एम.एन.एच. रजवी, न्यायाधीश श्रीमती ऋचा राजावत, न्यायाधीश श्रीमती रिचा शर्मा, श्रीमती रिचा जैन,विभिन्न बैंकों के शाखा प्रबंधक अरूण सिन्हा, रिंकू मुजालदार, रजत जैन, मनोज कुमार वायकर, शम्भूनाथ चैधरी

मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कम्पनी लिमिटेड के उपमहाप्रबंधक अजय कुमार वाधवानी अधिवक्ता संघ अध्यक्ष कृपाल सिंह ठाकुर, अधिवक्तागण एवं कर्मचारीगणो ने माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर नेशनल लोक अदालत का शुभारम्भ किया।

लोक अदालत में निराकरण हेतु रखे गये लंबित प्रकरणों में प्रथम जिला न्यायाधीश श्रीमती शिप्रा पटेल के न्यायालय मे कुल 83 प्रकरण रखे गए थे जिनमें से 39 प्रकरणों में 78 पक्षकारो को 10764279 रूपये का लाभ हुआ।

सौजन्य एवं जनहित में जारी…आष्टा हैडलाइन

द्वितीय जिला न्यायाधीश श्री उमेश पटेल के न्यायालय मे कुल विद्युत प्रीलिटिगेशन के 3400 प्रकरण निराकरण के लिए रखे गए थे। जिसमें से राजीनामा अनुसार कुल 335 प्रकरणों का निराकरण हुआ। जिसमें 2149343 रूपये राशि जमा करायी गयी, तथा न्यायालय के 965 प्रकरण निराकरण हेतु रखे गये थे जिसमें से 79 प्रकरणों का निराकरण हुआ। जिसमें 158 पक्षकारगण को 1844630 रूपये का लाभ हुआ।

न्यायाधीश श्रीमती वंदना त्रिपाठी के न्यायालय में प्रीलिटिगेशन के सम्पत्तिकर/जलकर के कुल 71 प्रकरणों का निराकरण हुआ जिसमें 71 पक्षकारगण 1117564 रूपये जमा कराये गये तथा न्यायालय के कुल 55 प्रकरण निराकरण हेतु रखे गए थे जिनमें 44 प्रकरणों में आपसी सहमति से प्रकरणों का निराकरण हुआ।

तथा 80 पक्षकारों को 1928500 रूपये का लाभ प्राप्त हुआ, इसी प्रकार न्यायाधीश श्री एम.एन.एच. रजवी के न्यायालय में बैंक प्रीलिटिगेशन के कुल 50 प्रकरण जिसमें से 14 का निराकरण हुआ और 14 पक्षकारगण को 2708310 रूपये राशि राजीनामा अनुसार जमा करायी गई एवं न्यायालय के कुल 49 प्रकरण निराकरण हेतु रखे गए थे जिसमें ने 49 प्रकरणों का निराकरण हुआ जिसमें 134 पक्षकार 4290500 रूपये लाभान्वित हुए।

न्यायाधीश श्रीमती ऋचा राजावत के न्यायालय में 707 प्रकरण निराकरण हेतु रखे गए थे जिसमें से 33 प्रकरण निराकृत हुए तथा 74 पक्षकारगण को 4795500 रूपये का लाभ प्राप्त हुआ। न्यायाधीश श्रीमती रिचा शर्मा के न्यायालय में 421 प्रकरण निराकरण हेतु रखे गए थे जिसमें से 37 प्रकरण निराकृत हुए तथा 90 पक्षकारगण को 4774000 रूपये का लाभ प्राप्त हुआ। न्यायाधीश श्रीमती रिचा जैन के न्यायालय में 210 प्रकरण निराकरण हेतु रखे गए थे जिसमें से 44 प्रकरण निराकृत हुए तथा 85 पक्षकारगण को 3360730 रूपये का लाभ प्राप्त हुआ।

“नपा ने लोक अदालत में वसूली 10 लाख से अधिक की बकाया राशि”

स्थानीय अदालत परिसर में लोक अदालत का आयोजन हुआ, जिसमें नगरपालिका द्वारा कैंप लगाकर नगर के बकायादारों को पूर्व में नोटिस देकर निकाय की जलकर, संपत्ति कर, समेकितकर आदि की बकाया राशि की वसूली की गई। कैंप का शुभारंभ नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा, सीएमओ राजेश सक्सेना की उपस्थिति में किया गया।


नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा द्वारा लोक अदालत में निकाय की बकाया जलकर, संपत्तिकर जमा करने आए बकायादारों से आग्रह किया कि निकाय की बकाया राशि समय से जमा करावें, क्योंकि आपके द्वारा जमा की जाने वाली करों की राशि से ही नगर का विकास होता है, वहीं मूलभूत आवश्यकओं व सुविधाओं को उपलब्ध भी निकाय आपके द्वारा जमा कराई जाने वाली राशि से ही कराती है।

आप सभी प्रत्येक माह अपने नलकर एवं संपत्तिकर की राशि जमा करावें, ताकि आपके ऊपर भी भार न हो और आपके द्वारा जमा कराई जाने वाली राशि से नगरपालिका और अधिक तेजी से नगर का विकास कर सकें। नगरपालिका द्वारा मुख्य नगरपालिका अधिकारी राजेश सक्सेना के निर्देशन में एक सप्ताह पूर्व से अपने राजस्व अमले सहित नपा के अन्य कर्मचारियों को लोक अदालत की तैयारियां की जा रही थी।

सीएमओ श्री सक्सेना द्वारा वार्डवार 5 सदस्यी टीम गठित की गई जिसमें एक-एक दल प्रभारी व गठित टीम से सुचारू रूप से काम कराने के लिए एक-एक नोडल नियुक्त किया गया। सीएमओ श्री सक्सेना ने जानकारी देते हुए बताया कि लोक अदालत के माध्यम से नगर के बकायादारों से संपत्तिकर, जलकर, समेकितकर की लगभग 10 लाख 48 हजार रूपये की बकाया राशि वसूली गई है। सीएमओ राजेश सक्सेना ने राजस्व अमले की सराहना करते हुए कहा कि इसी प्रकार निकाय को मजबूत करने में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करते रहे ।

ताकि आप सभी के सहयोग से हम अपनी निकाय को प्रदेश में टॉप-10 निकायों में सर्वश्रेष्ठ निकाय बना सकें। इस महत्वपूर्ण कार्य में राजस्व प्रभारी मनोहरसिंह जावरिया, दलप्रभारीगण सहायक यंत्री अनिल धुर्वे, मनीष श्रीवास्तव, यश कौशल, कमरूद्दीन, कमरूद्दीन, जगदीश वर्मा, गबू सोनी, नारायणसिंह सोलंकी, मोहम्मद इसरार आदि का सराहनीय योगदान रहा।

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