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आष्टा। भू-जल स्तर को सुदृढ़ करने एवं जलसंरक्षण की दृष्टि से कन्नौद रोड़ स्थित काला तालाब का गहरीकरण कार्य नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा की पहल पर जनभागीदारी से युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। यह तालाब अतिप्राचीन होने के साथ ही नगर का प्रमुख तालाब है । जहां पर इन दिनों जनभागीदारी और पूर्ण सहयोग के साथ गहरीकरण कार्य जोरों पर चल रहा है।

एक पोकलेन, तीन जेसीबी मशीन और करीब 40 ट्रैक्टर-ट्रॉली व डम्पर के जरिए गहरीकरण का कार्य तीव्र गति के साथ जारी है।
तालाब गहरीकरण कार्य का निरीक्षण नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने वार्ड पार्षद रवि शर्मा, कमलेश जैन, डॉ. सलीम, तेजसिंह राठौर, मेहमूद अंसारी की उपस्थिति में किया।

नपाध्यक्ष प्रतिनिधि श्री मेवाड़ा ने कहा कि नगर में मुख्य दो तालाब है एक खेड़ापति कमल तालाब, दूसरा काला तालाब यह दोनों ही नगर की प्राचीन धरोहरों में से एक है। नगर के प्रत्येक नागरिक का दायित्व है कि प्रकृति की इन धरोहरों की मिल-जुलकर सहेजा जाए। बिना सरकारी तंत्र और राशि का उपयोग किए जनभागीदारी से लोगों ने तालाब गहरीकरण के लिए खुदाई कार्य शुरू कर दिया है।

इससे डबल फायदा हो रहा है, एक तो तालाब गहरा हो रहा है, दूसरी ओर किसान यहां से निकलने वाली मिट्टी ले जाकर खेतों में डाल रहे हैं । जिससे फसलों खेत भी उपजाऊ बनेंगे। नपाध्यक्ष प्रतिनिधि श्री मेवाड़ा ने जानकारी देते हुए यह भी बताया कि तालाब के विकास और सौंदर्यीकरण के लिए

विस्तृत कार्ययोजना बनाकर शासन स्तर पर स्वीकृति उपरांत निर्माण कार्य जारी है जो शीघ्र ही पूर्ण होगा। इससे तालाब में पानी की भराव क्षमता तो बढ़ेगी ही, वहीं एक टूरिज्म पाइंट के तौर पर भी यह क्षैत्र विकसित होगा। नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने तालाब के समीप रहने वाले रहवासियों से आग्रह कर कहा कि वह तालाब को साफ-सुथरा बनाने पर ध्यान दें, तालाब को हम जो भी देंगे । वह तालाब के अंदर ही रहेगा।

क्योंकि बारिश में ओवरफ्लो के अलावा साल भर में कभी ऐसी स्थिति नहीं बनती कि तालाब का पानी कहीं बाहर जाए।

रायसिंह मेवाडा ने सभी नागरिको,किसान भाईयों से अपील की है की इसके पूर्व जब भी तालाबो का गहरीकरण होता था तब नपा हमेशा कुछ ना कुछ शुल्क निर्धारित करती थी। इस बार हमने प्रकृति द्वारा प्रदत्त मिट्टी को ले जाने का कोई शुल्क नही रखा है। जिसे जितनी मिट्टी चाहिये अपने साधन लाईये ओर जितनी क्षमता हो उतनी मिट्टी खोद कर ले जाइये। निश्चित नगर पालिका का यह निर्णय सराहनीय है।

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