आष्टा। हिन्दू भारतीय संस्कृति में वर्ष प्रतिपदा गुड़ी पड़वा का धार्मिक एवं गणितीय महत्व होता है। संवत् 2081 आगामी 9 अप्रैल से प्रारंभ हो रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुरूप संवत् 2081 संवत्सर का नाम ‘‘पिंगल’’ है।
इस संवत्सर के राजा मंगल तथा मंत्री शनि है। प्रभुप्रेमी संघ अपने संस्थापक आचार्य महामंडलेश्वर जूना पीठाधीश्वर अनंत श्री विभूषित स्वामी श्री अवधेशानंद जी गिरी के निर्देशानुसार धार्मिक-सामाजिक बंधुओं के साथ विगत वर्षो से मनाता आया है।
गुड़ी पड़वा का इस वर्ष का आयोजन 9 अप्रैल 2024 मंगलवार को प्रातः 8 बजे से श्री मानस भवन में आयोजित किया गया है। प्रभुप्रेमी संघ के अध्यक्ष सुरेश पालीवाल, महामंत्री प्रदीप प्रगति ने यह जानकारी देते हुए अवगत कराया है कि प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी गुड़ी की पूजन होगी।
वहीं श्रीराम श्रीवादी एवं साथियों द्वारा एवं अन्य भजन गायकों द्वारा संगीतमय भजन, कीर्तन से इस संवत्सर का स्वागत किया जाएगा तथा परंपरानुसार गुड़ी पूजन नगर के महाडिक परिवार द्वारा आयोजित होगा तत्पश्चात् प्रभुप्रेमी संघ के द्वारा उपस्थितजनों को श्रीखंड एवं खिचड़ी का व्रत उपवास का प्रसाद का वितरण किया जाएगा।