आष्टा। जब से कोरोना वायरस संक्रमण शुरू हुआ तब से लेकर आज तक विद्यालय लगभग बंद से है,कोरोना काल मे लगे लॉक डायन में विद्यालय बन्द रहे, छात्र-छात्राएं विद्यालयों में नहीं गए, अनलॉक में विद्यालय द्वारा ऑनलाइन पढ़ाई जरूर शुरू की गई है लेकिन पालकों का कहना है कि ऑनलाइन पढ़ाई भी रस्म अदायगी की तरह हो रही है। उसके बाद भी विद्यालय द्वारा पालको से मनमानी फीस मांगी जा रही है। बार-बार व्हाट्सएप पर फीस जमा करने के मैसेज भेजे जा रहे हैं तथा एक तरह से बालकों को मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है ।
कोरोना काल से लेकर आज तक आर्थिक रूप से जूझ रहे पालक फीस समस्या को लेकर आज बड़ी संख्या में पालक प्राचार्य से मिलने,अपनी पीड़ा,समस्या से अवगत कराने चर्चा करने पुष्प विद्यालय पहुचे है। पुष्प विद्यालय पहुचे पालकों की ओर से पालक ईश्वर मेवाड़ा अखलेश जैन ने आष्टा हैडलाइन को बताया कि हमारी मांग है कि कोरोना काल की फीस माफ की जाये, अभी भी वो ही फीस विद्यालय की ओर से मांगी जा रही है,जो पहले ली जाती थी,जबकि सरकार ने घोषणा की है कि विद्यालय केवल कोरोना काल के दौरान की ट्यूशन फीस ही पालको से लेंगे,हमे यह भी बताया जाये कि जो फीस मांगी जा रही है उसमें ट्यूशन फीस कितनी है।
पालकों का कहना है जब इस मामले को लेकर कोई भी पालक चर्चा करता है तो विद्यालय की ओर से कहा जाता है कि या तो आप बच्चों को पढ़ाये या अपने बच्चों की टीसी ले जा सकते हैं।
आज इसी मुद्दे को लेकर कई पालक विद्यालय पहुंचे हैं पालकों का कहना है कि वह प्राचार्य(फादर) को पालकों ने अपनी मांगों से अवगत करा दिया है,उन्होंने मांगों को लिखित में देने को कहा,वो दे दी है। फादर ने बताया कि वे पालकों की मांगों को पालक शिक्षक संघ की बैठक में रखेंगे,पीटीए जो निर्णय लेगा उससे आपको अवगत करा दिया जायेगा।
देखना है यह उठा मुद्दा क्या रंग दिखाता है।
इनका कहना है:-आज पालक गण आये थे,मुझसे मिले, उन्होंने कोरोना काल की फीस कम करने, केवल ट्यूशन फीस ही लेने सहित अन्य मांग रखी है,हम केवल ट्यूशन फीस ही ले रहे है,उन्होंने अपनी मांगों का एक मांग पत्र दिया है,जिसे पीटीए की बैठक में रखा जायेगा-प्राचार्य(फादर) पुष्प विद्यालय आष्टा