आष्टा । करीब 15 दिनों से आष्टा क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों में तेंदुए के आतंक से ग्रामीण क्षेत्रों में धीरे-धीरे डर,भय, एवं ख़ौफ़ का माहौल बनता जा रहा है ।
पिछले दिनों तेंदुए को लसुडलिया पार ग्राम के जंगलों में देखा गया था। उसके बाद तेंदुए को ग्राम मोरुखेड़ी,नानकपुर,भुपोड,गुराड़िया सिराजुद्दीन के खेतों,जंगलों में तेंदुए को ग्रामीणों द्वारा देखा गया । जिसकी सूचना पर वन विभाग सक्रिय हुआ तथा वन अमला सक्रिय हुआ और दिन व रात में जंगलों में गशत शुरू की गई।
रविवार को ग्राम भुपोड के जंगल में जिस एरिये में तेंदुए का विचरण ग्रामीणों ने देखा था वन विभाग में उस क्षेत्र में तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया है ।
आज करीब शाम 4 से 5 बजे के बीच तेंदुए ने ग्राम गुराडिया सिराजुद्दीन के खेतों तक पहुंचा तथा एक खेत पर रहने वाले बाँटदार की कुछ बकरियां घर के सामने बंधी थी तेंदुए ने दिन में ही इन बकरियों पर हमला कर करीब 4 बकरियों का शिकार कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया।
इस घटना से गुराड़िया ग्राम के उक्त क्षेत्र में खेतों पर रहने,जाने आने वाले लोगो मे डर का माहौल निर्मित हो गया है। तेंदुए द्वारा बकरियों पर हमले कि सूचना पर वन अमला उक्त क्षेत्र में पहुचा ओर जानकारी ली। रेंजर श्री राजेश चौहान ने बताया कि कुछ दिनों से ग्राम भुपोड,मोरूखेड़ी, गुराडिया सिराजुद्दीन आदि क्षेत्र में उक्त तेंदुए का विचरण ग्रामीणों ने देखा है ।
उनकी सूचना पर वन अमले ने लगातार जंगलों में गशत शुरू की है तथा उसे पकड़ने के लिए ग्राम भुपोड में एक पिंजरा भी लगा रखा है ।
अब विचार किया जा रहा है कि एक और पिंजरा आसपास के क्षेत्र में लगाया जाए तथा तेंदूए को पकड़ने के प्रयास हम तेज कर रहे है। रेंजर श्री राजेश चौहान ने भी पुष्टि करते हुए बताया कि आज शाम लगभग 4 से 5 बजे के बीच ग्राम गुराड़िया सिराजुद्दीन में बकरियों पर हमला कर करीब तीन चार बकरियों का शिकार किया है ।