भोपाल/सीहोर । जिला प्रशासन भोपाल ने नगर निगम और पुलिस बल के साथ मिलकर 100 करोड़ रूपये कीमत की लगभग 20 हजार वर्गफीट शासकीय भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया। शनिवार की सुबह हुई यह कार्यवाही शांतिपूर्वक सम्पन्न हुई। भोपाल रेल जंक्शन के सामने स्थित इस बेशकीमती भूमि को कुछ लोगों ने अवैध रूप से व्यावसायिक संस्थान निर्मित करने के अलावा अन्य संदिग्ध गतिविधियों के संचालन का अड्डा बना रखा था।
कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया ने बताया कि जिला प्रशासन ने अतिक्रमण के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए 45 अवैध दुकानों को जेसीबी मशीन द्वारा हटा दिया है सभी दुकानों को हटाकर शासन की बेशकीमती भूमि अतिक्रमण से मुक्त करा दी गई है। उन्होंने बताया कि उक्त अतिक्रमण से मुक्त कराई गई ज़मीन का औसत मूल्य लगभग 100 करोड़ रूपये है।
अपर कलेक्टर श्री दिलीप यादव ने बताया कि इस संबंध में न्यायालयीन प्रकरण भी था जिसमें शासन के पक्ष में निर्णय हो चुका था। उन्होंने बताया कि यहां पर रहने वाले लोग भी कई बार संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त पाए गए। लगातार कार्रवाई करने के बाद और इनके विरुद्ध अतिक्रमण हटाने के नोटिस जारी किए जाने के बावजूद भी अतिक्रामकों द्वारा अतिक्रमण नहीं हटाया था जिसके बाद नियमत: आज की कार्यवाही की गई। श्री यादव ने बताया कि अतिक्रमण हटाने की इस कार्यवाही के दौरान सभी तरह की सावधानी और सतर्कता बरती गई।
“सीहोर में भी हुई कार्यवाही,हटाया अतिक्रमण”
रसूदखोरों के खिलाफ आज जिला प्रसाशन सड़को पर उतारा तकरीबन 10 से अधिक रसूदखोरों की पहचान कर उनके द्वारा किये गए अतिक्रमण को चिन्हित किया गया है।
सीहोर में हुई कार्यवाही को लेकर पीआरओ सीहोर ने एक प्रेस रिलीज जारी की है।
आज एक रसूदखोर हरीश राठौर की गल्ला मंडी स्थित मकान पर प्रसाशन ओर पुलिस दल ने पहुचकर अतिक्रमण कर मकान निर्माण के करीब 1 हजार वर्ग फिट के अवैध हिस्सो की पोकलेन की मदद से नेतानाबूत किया गया।
सीहोर कलेक्टर श्री अजय गुप्ता के निर्देश पर आज ये कार्यवाही सीहोर एसडीएम श्री आदित्य जैन के नेतृत्व में भारी पुलिस बल की उपस्तिथि में की गई। आज की कार्यवाही से सीहोर में हड़कम्प मच गया है।