Spread the love

आष्टा । जंगलों में विचरण करने वाले तेंदूए अब जंगलों से सटे आसपास के ग्रामों तक विचरण करने लगे हैं । इसके पीछे जो भी कारण हो लेकिन लगातार आष्टा अनुविभाग के ग्रामीण क्षेत्र ग्रामीणों को जंगल जाने वाले रास्तों,खेतों की ओर तेंदुए के दिखने के आए दिन समाचार मिल रहै हैं।

दो तीन दिन से दिख रहा है तेंदुआ

पिछले कई दिनों से मेहतवाड़ा क्षेत्र में स्तिथ सेल फैक्ट्री क्षेत्र में तेंदूए के दिखने की खबर के बाद उसे पिंजरे में कैद करने के लिए कई दिनों तक वन विभाग ने पिंजरा रखकर मशक्कत की,जो जारी है।

कल रात्रि में ताजपुरा में भी नजर आया था

लेकिन सफलता नहीं मिली । कुछ दिनों पूर्व एक तेंदुआ ग्राम लसुडलिया पार के जंगल में रखे गए पिंजरे में कैद हुआ था। जिसे खिवनी अभ्यारण में सुरक्षित छोड़ा गया था। अब फिर विगत दो-तीन दिनों से आष्टा अनुविभाग के ग्राम नानकपुर,ताजपुरा,साँगाखेड़ी के क्षेत्र में भी तेंदुए के दिखे जाने की सूचना वन विभाग तक पहुंची है ।

पूर्व में लसुलड़िया पार में कैद हो गया था तेंदुआ

ग्रामीणों इसकी जानकारी हमे दी एवं वन विभाग आष्टा को भी सूचना दी गई। रेंजर राजेश चौहान ने भी इसकी पुष्टि की है कि उन्हें ग्रामीणों ने क्षेत्र में तेंदुए के विचरण की जानकारी दी है।

वन विभाग की टीम ने खिवनी अभ्यारण्य में छोड़ा था

आसपास के ग्रामीण क्षेत्र से सूचना मिलने के बाद वन विभाग ने दल गठित कर इन क्षेत्रों में भेजा जहां तेंदुए के पगमार्ग मिलने की भी पुष्टि हुई है । इसी को देखते हुए इन क्षेत्र में पिंजरा भी रखा गया है ।

अब फिर दीपलाखेड़ी में रखा है पिंजरा

वहीं सतत निगरानी भी की जा रही है । रात्रि में यह तेंदुआ सांगाखेड़ी नानकपुर मार्ग पर भी देखा गया। रेंजर राजेश चौहान ने बताया की विभाग सतत निगरानी रखे हुए है। तथा जानकारी मिलने के बाद दीपलाखेड़ी क्षेत्र में एक पिंजरा भी रखवाया गया है।

error: Content is protected !!