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आष्टा । जब जावर नगर परिषद के चुनाव हुए और चुनाव में भाजपा का इस पर कब्जा हुआ,अध्यक्ष भाजपा की मंजू वैद्य चुनी गई तब जावर के नागरिको को एक बड़ी उम्मीद की किरण नजर आई थी कि केंद्र में,राज्य में भाजपा की डबल इंजन की सरकार में जावर नप के रूप में तीसरा छोटा इंजन जुड़ गया है,ओर अब जावर में वर्षो की उपेक्षा से राहत मिलेगी और जावर विकास के मामले में तेजी से दौड़ेगा लेकिन आज करीब सवा साल बीत जाने के बाद भी जावर के नागरिको को कही से ऐसा नही लगा कि यहा बदलाव से कुछ बड़ा विकास हुआ है।

शुरू के करीब 6 महीने तो अध्यक्ष उपाध्यक्ष के झगड़ो गुटों में बंटे पार्षदों के विवाद में कीमती समय बर्बाद हो गया। आज जावर के वे नागरिक जिन्हें राजनीति से कोई लेना देना नही उन्हें तो केवल विकास चाहिये कि सोच रखने वाले नागरिक उन्ही समस्याओं से रोजाना दो चार हो रहे है,नागरिको को आज भी पानी दो दिन बाद मिल रहा है,वार्डो के अंदर आज भी मोदी जी का स्वछता अभियान नजर नही आता है,आज भी जावर के 15 वार्डो में रोड,नाली,बिजली,पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं की वार्ड के नागरिको को दरकार है।

नालियां नही होने से घरों का गंदा पानी सड़को पर बहता है

आज सवा साल में अगर विकास का कोई बड़ा काम हो रहा है तो वो केवल नेवज नदी पर बन रहा 55 लाख की लागत से घाट का काम है । कुछ माह पूर्व पानी की टंकी का भूमिपूजन तो हुआ पर निर्माण कार्य आज तक शुरू नही हुआ। जावर में पाइप लाइन बिछाने का कार्य कछुआ चाल से चल रहा है

जब कोई नही सुने तो जनता को ही करना पड़ता है काम.!

डाली जा रही लाइन के कारण रोड खोदे जो अब नई परेशानी का कारण बन गया है। जावर नप की अध्यक्ष मंजू वैद्य है लेकिन वे लगता है नाम मात्र की अध्यक्ष है इस परिषद में पूरा काम काज उनके भाई मनोज वैद्य जो इस परिषद में सांसद प्रतिनिधि है, ही देखते है,उनके हस्तक्षेप से भी कई परेशानियां ओर शिकायते आती रहती है।

मनोज वैद्य,सांसद प्रतिनिधि,करते है अनावश्यक हतक्षेप,आरोप

जावर के वार्ड 3,8,9 के बीच दो पुलिया बनना है,यहा हर बार मुरम आदि डाल दी जाती है जो नेवज के पानी मे बह जाती है और समस्या जस की तस बनी रहती है । नप में मुरम को लेकर भी तरह तरह की चर्चा सड़को पर है.?
जावर नप में अध्यक्ष उपाध्यक्ष चुनाव के दौरान गुटबाजी के चलते उपाध्यक्ष पर भाजपा का अधिकृत उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा था और बागी तेजसिंह कप्तान जीते। इस चुनाव के बाद लम्बे समय तक जावर नप में मन मुटाव,गुटबाजी छाई रही,एक बार तो परिषद की बैठक में इतना वाद विवाद हुआ कि मामला थाने तक जा पहुचा था।

दावों की पोल खोलता ये चित्र,गंदगी के ढेर पर जावर

अब बगावत कर जीते उपाध्यक्ष तेजसिंह कप्तान की पिछले दिनों घर वापसी हो गई है,देखना है अब क्या सब कुछ सामान्य होता है या यूं ही चलता रहेगा.? सवा साल के कार्यकाल में भाजपा की परिषद नागरिको के लिये वो कार्य नही कर पाई जिसकी नागरिको को उम्मीद थी। अब फिर प्रदेश में फिर सरकार आ गई है।

ये हाल है जावर नगर के वार्डो के,कोई परेशानी तो समझे

भाजपा की जावर नप को नागरिको की कसौटी पर अब तो खरा उतरना ही होगा.! नप अध्यक्ष मंजू वैद्य को सक्रियता दिखानी होगी,जनता की कसौटी पर परिषद को खरा उतरने के लिये काम करना होगा तो ही जनता आपको सिर आंखों पर बैठायेगी नही तो जो जनता कुर्सी दे सकती है वो जनता कुर्सी छीन भी सकती है।

ये है एक मात्र विकास का बड़ा कार्य,बन रहा नेवज पर घाट

“एक सफाई कर्मी पूरी परिषद पर भारी,कई विभाग के चार्ज उसके पास आखिर क्यों.?”

यू तो जावर नगर परिषद के अंदर एक नही कई ऐसे मामले है,जो अंदर ही अंदर चर्चा के विषय बने हुए है,इन चर्चित मामलों का भी जल्दी खुलासा होगा.? लेकिन सूत्रों ने एक गम्भीर मामला जानकारी में दिया वो ये की नगर परिषद में एक युवक जो कि इस परिषद में एक दैनिक वेतन भोगी सफाई मित्र

अध्यक्ष जी बताये यहा से जनता कैसे निकले…!

पिछली परिषद में काम पर लगाया गया था,आज वो कर्मी इतना पावर फूल हो गया है की वो अकेला पूरी परिषद पर भारी नजर आ रहा है,उसके आगे सब पानी भरते नजर आते है,सूत्र का कहना है कि आखिर इस युवक को परिषद में एक, दो, नही तीन-तीन कार्य किसने,किस नियम के तहत सौप रखे है अगर वाकई में ऐसा है तो इसकी जांच होना चाहिये कि इस सफाई मित्र को नप के तीन कार्य किस नियम के तहत सौपे गये है।

“लम्बे अर्से के बाद जावर को मिला है स्थाई सीएमओ”

वर्षो से जावर नप प्रभारी सीएमओ के भरोसे चल रही थी। लम्बे अर्से के बाद अब जावर नप को एक स्थाई सीएमओ के रूप में पदस्थ हुए है। स्थाई सीएमओ आने के बाद में नप कार्यालय में वो ही ढर्रा आज भी चल रहा है,जैसा पहले चलता था । नये सीएमओ के आने के बाद काम काज,व्यवस्थाओ में बदलाव नही होने के पीछे आखिर क्या कारण है,ये भी चिंतन का विषय है,क्या स्वयं सीएमओ एवं नप अध्यक्ष-उपाध्यक्ष इसको लेकर चिंतन करेंगे

इनका कहना है…
नगर में रोजाना जल प्रदाय हो रहा है,कभी मोटर खराब हो जाती है तो रोजाना नही दे पाते है,सफाई व्यवस्था सुचारू जारी है,अमृत-2 के तहत पाइप लाइन बिछाई जाने से रोड खुदे है,काम चल रहा है,कार्यालय में स्टॉफ की भारी कमी है इस कारण से एक सफाई मित्र को तीन विभागों के कार्य सौपे है,क्योकि वो थोड़ा पढ़ा लिखा है- हरीश सोनी सीएमओ नप जावर

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