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आष्टा कॉलेज में एड्स जागरूकता पखवाड़े का हुआ शुभारम्भ

शहीद भगतसिंह शासकीय स्नातक महाविद्यालय आष्टा में राष्ट्रीय सेवा योजना/रेड रिबन के तत्वाधान में एड्स जागरुकता पखवाड़ा का प्रारंभ किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में डाॅ.नेहा अरोरा शासकीय सिविल अस्पताल आष्टा उपस्थित रही। विशेष अतिथि के रुप में पत्रकार श्रीमती किरण रांका भी कार्यक्रम में उपस्तिथ रही । कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य डाॅ. पुष्पलता मिश्रा ने की। कार्यक्रम का संचालन एन.एस.एस. प्रभारी डाॅ.ललिता राय श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम में दीप प्रज्जवलन के पश्चात् सरस्वती वन्दना महाविद्यालय की छात्रा बुलबुल सूर्यवंशी ने की।

अतिथियों का स्वागत पुष्पमाला एवं रेड रिबन लगाकर किया गया। डाॅ. अरोरा ने अपने वक्तव्य में बताया कि लोगो को एड्स बीमारी से बचने के लिये एच.आई.वी. वायरस को जानना जरुरी है। एच.आई.वी. का वैक्सीन अभी तक नही बना है। इसलिए एच.आई.वी. वायरस से बचाव ही उपाय है। हर एक साल में एच.आई.वी. टेस्ट जरुरी है। एच.आई.वी. छुआछुत की बीमारी नही है।

अतः डब्ल्यू एच ओ ने एड्स दिवस में “Lat Community Lead” थीम दी है। अतः जो इससे ग्रसित है उनकी सामाजिक जीवन में भागीदारी जरुरी है। यह बीमारी ब्लड के जरिए फैलती है। डॉ अरोरा ने ब्लड डोनेट के फायदे के बार में बताया कि ब्लड डोनेट से हमारा इम्यून सिस्टम डेवलप होता है साथ ब्लड बैंक में ब्लड का टेस्ट होता है यदि हम किसी बीमारी से ग्रस्त है तो उसकी सूचना हमकों ब्लड बैंक से मिल सकती है।

हमारे शरीर में ब्लड बनता रहे इसलिए हमें उचित खान-पान एवं 10-12 ग्लास पानी नियमित पीना चाहिए। खाने के तुरंत बाद पानी नही पीकर आधे घण्टे के बाद पीना चाहिए। महाविद्यालय की प्राचार्य डाॅ. पुष्पलता मिश्रा ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षा का उद्देश्य सिर्फ किताबी ज्ञान प्राप्त करना ही नही है बल्कि व्यक्तित्व का संपूर्ण विकास करने के लिए विभिन्न गतिविधियों में भागीदारी भी जरुरी है।

बीमारी होने के पश्चात् इलाज करने के बजाय बीमारी न हो इसके लिए सावधान रहना जरुरी है। पत्रकार किरण दीदी द्वारा भी ब्लड डोनेट के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन एन.एस.एस. प्रभारी श्री विनोद पाटीदार ने किया। इस कार्यक्रम डाॅ. अबेका खरे, डाॅ. रचना श्रीवास्तव, डाॅ. मेघा जैन, डाॅ. बेला सुराणा, श्री वसीम खान सहित काफी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहें।

“सीहोर में विश्व एड्स दिवस पर जन जागरूकता रैली निकाली गई”

प्रधान जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री सतीश चंद्र शर्मा के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में एड्स दिवस के अवसर पर जिला चिकित्सालय में जागरूकता रैली एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। एड्स जागरूकता रैली को जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री मुकेश कुमार दांगी द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस दौरान एनएसएस के छात्रों द्वारा एड्स विषय पर तैयार किए गए नुक्कड़ नाटक का मंचन भी किया गया।

रैली के पश्चात संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें एड्स रोग से संबंधित जानकारी, बचने के उपाय, एड्स रोगियों के प्रति लोगों में स्वीकार्यता बढ़ाने एवं जन जागरूकता फैलाने के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री सुधीर कुमार डेहरिया, डॉक्टर बीके चतुर्वेदी, जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री जीशान खान उपस्थित थे।

“एड्स दिवस पर विधिक साक्षरता शिविर का हुआ आयोजन”

प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीहोर के निर्देशन में तहसील विधिक सेवा समिति, आष्टा अध्यक्ष/प्रथम जिला न्यायाधीश श्री सुरेश कुमार चौबे के द्वारा आज विश्व एड्स दिवस पर विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन न्यायालय प्रांगण किया गया। श्री सुरेश कुमार चौबे द्वारा बताया विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम 1987 के अंतर्गत धारा 12 सी के अंतर्गत एक व्यक्ति जिसे मुकदमा दायर अथवा प्रतिरक्षा करना है, विधिक सेवाओं का हकदार है।

विधिक सहायता एवं सलाह निःशुल्क उपलब्ध कराई जाती है एवं डाॅ. नेहा अरोरा, आईएमओ द्वारा विश्व एड्स दिवस के अवसर पर एड्स की जानकारी देते हुए बताया कि एड्स एक तरह की संक्रामक यानी की एक से दूसरे को दूसरे से तीसरे को होने वाली एक गंभीर बीमारी है । एड्स का पूरा नाम एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिसिएंसी सिंड्रोम है और यह एक विषाणु से फैलती है। एड्स कुछ कारणों से हो सकता है जैसे:- रक्त संक्रमण या संक्रमित सुइयों के आदान-प्रदान से, माता से शीशु में संक्रमण, यौन संबंध से। एड्स कभी भी उससे संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने पर साथ खाना खाने पर नहीं फैलता है। एड्स का इलाज निरंतर जारी है। कुछ मरीजों में सही चिकित्सा से 10.12 वर्ष तक एड्स के साथ जीना पाया गया है। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती रिचा राजावत न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी द्वारा किया गया। उक्त कार्यक्रम में न्यायाधीश श्रीमती वंदना त्रिपाठी, न्यायाधीश श्रीमती रिचा जैन, अधिवक्तागण, न्यायालयीन कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

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