आष्टा । 2 दिन पूर्व एसटीएफ इंदौर एवं भोपाल की टीम ने वन विभाग आष्टा के सहयोग से प्रतिबंधित प्रजाति के पक्षियों की तस्करी,अवैध व्यापार खरीद-फरोख्त के मामले में आष्टा नगर के वार्ड क्रमांक 1 के शेखपुरा निवासी तीन युवकों को 28 प्रतिबंधित प्रजाति के पक्षियों के साथ गिरफ्तार किया।
वन विभाग आष्टा के रेंजर श्री सुभाष शर्मा ने हमे विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि एसटीएफ इंदौर एवं भोपाल को मिली सूचना और निर्देशों के आधार पर प्रतिबंधित प्रजाति के पक्षियों की अवैध रूप से तस्करी एवं खरीद-फरोख्त का व्यापार करने वालों की सूचना मिली थी।
की आष्टा से उक्त व्यापार संचालित होता है, सूचना पर इंदौर-भोपाल की एसटीएफ की टीम आष्टा पहुंची आष्टा वन विभाग से उन्होंने सहयोग मांगा, सहयोगी के रूप में इस टीम में हम भी शामिल थे दिनभर की कड़ी मशक्कत के बाद शाम को बाईपास पर इन पक्षियों की तस्करी के 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया तथा इनके पास से प्रतिबंधित प्रजाति के सात जोड़ें तोते जो लाल चोंच के तथा 7 जोडे प्रतिबंधित प्रजाति की टूईया है इन्हें जप्त कर इन्हें वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धाराओं के अंतर्गत गिरफ्तार किया गया। खबर है की इस गैंग का एक सदस्य की तलाश है।
पकड़े गए आरोपीयो के नाम (1)शाबर बेग आत्मज रज्जाक बेग (2)वाजिद उद्दीन आत्मज शाबीर उद्दीन (3) नाजिर बेग आत्मज आरिफ बेग सभी तीनो आरोपी निवासी आष्टा के शेखपुरा के है ।
गिरफ्तार करने के बाद इन्हें न्यायालय में पेश किया गया तथा न्यायालय से वन विभाग ने इन आरोपियों से और अधिक गहराई से पूछताछ करने तथा इनके तार कहां-कहां जुड़े हुए हैं यह कहां से पक्षियों को खरीदते थे कहां बेचते थे आदि की जानकारी एकत्रित करने के लिए न्यायालय से रिमांड मांगा था।
न्यायालय से वन विभाग को रिमांड नही मिला,न्यायालय ने इन सभी आरोपियों को जेल भेज दिया।
रेंजर श्री सुभाष शर्मा ने बताया की पकड़े गए आरोपियों से प्रारंभिक पूछताछ की गई थी जिसमे उन्होंने बताया कि वे पक्षियों का ये अवैध व्यापार 4/5 साल से कर रहे हैं।
भोपाल व अन्य शहरों से ये पक्षी खरीद कर लाते हैं जितनी राशि मे ये पक्षी हम खरीद कर लाते थे उससे 8 से10 गुना अधिक राशि में तराह तराह के पक्षियों का शौक रखने वाले शौकीन लोग खरीदते थे।
आरोपियों ने ये बताया की प्रतिबंधित प्रजाति के ये लाल चोंच के तोते काफी महंगे बिकते हैं। कुछ तोते रिंगनेक जिनके गले में रिंग जैसा गोला होता है वह भी काफी महंगा बिकता है।
इन आरोपियों से जो तोते जप्त किए हैं उसमें से तीन चार तोते रिंगनेक गले में रिंग के निशान वाले उसके भी है।
जब तक किए 14 टूईया पक्षी में से 2 टूईया की मृत्यु हो गई है जिनका आष्टा में पीएम कराया गया एवं आज उनका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया।
इसकी सूचना और पीएम रिपोर्ट भी अदालत को पेश की गई है।
रेंजर श्री सुभाष शर्मा ने बताया कि सभी पक्षियों को आज जंगल में ले जाकर खुले आसमान में छोड़ दिया गया है।
अब वन विभाग आष्टा इस पूरे मामले की जांच कर रही है,एसटीएफ इंदौर भोपाल भी अपने स्तर पर इसकी जांच में जुटी हुई है।
आरोपियों के पास से जो दो मोबाइल जप्त किए गए हैं उन मोबाइल में से बहुत सी जानकारियां मिली है और से ज्ञात हुआ है कि इनके तार काफी दूर दूर तक लंबे बड़े बड़े शहरों तक जुड़े हुए हैं, उसकी भी जांच की जा रही है।
निश्चित यह आष्टा में अपने आप में एक अलग ही मामला सामने आया है जो वन विभाग ने एसटीएफ के सहयोग से पकड़ा है।
अगर वन विभाग और एसटीएफ इसकी गहराई में जाए तो कोई बहुत बड़े रैकेट का खुलासा पक्षियों की तस्करी का सामने आ सकता।