आष्टा । एक सप्ताह से आष्टा हैडलाइन के लोकप्रिय कालम “ये घुंघरू जो बजते नही है.” ने धूम मचा रखी थी,आष्टा से लेकर भोपाल तक बजे घुंघरुओं ने पूरे राजस्व अमले को परेशान कर रखा था,एक मामले में गले मे ऐसी हड्डी फस गई थी जो ना ही निगली जा रही थी और ना ही ऊगली जा रही थी।
मामले की शांति के लिये आज कार्यवाही का श्रीगणेश हुआ है। आज एसडीएम आनन्दसिह राजावत ने घुंघरुओं की आवाज सुनी,समझी ओर आज एक आदेश जारी किया। जिसमें आष्टा हल्का नम्बर 49 के पटवारी राकेश मालवीय को आष्टा से हटा कर उन्हें हल्का नम्बर 29-30 लसुलड़िया खास-भीलखेड़ी भेजा गया एवं हल्का नम्बर 49 आष्टा नगर का कार्य वीरेन्द्रसिंह ठाकुर को सौपा गया है।
इन दोनों को इधर से उधर करने का कारण कार्य सुविधा की दृष्टि से पटवारियों के मध्य कार्य विभाजन बताया गया है। पर बजे तो घुंघरू ही है…