आष्टा । राजस्व विभाग में भले ही कितने बड़े बड़े दावे किये जायें की यहा कार्य समय सीमा में होता है या किये जायें लेकिन हकीकत लगती है इससे कोसो दूर है। ऐसा ही एक मामला आष्टा तहसील के ग्राम भंवरा का है,राजस्व विभाग में कार्य की गति कितनी धीमी होगी इसका अंदाजा इस खबर से लगाया जा सकता है की ग्राम के हायर सेकेंड्री स्कूल की करीब 10 एकड़ भूमि जो है तो स्कूल के आधिपत्य में लेकिन वो राजस्व के रिकार्ड में दर्ज नही है।
इसको लेकर लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल से एक पत्र जिला शिक्षा अधिकारी सीहोर को पत्र क्र/डीडी एडी एंड एएस/भवन/02/2016/431 दिनांक 14/06/2016 को प्राप्त हुआ जिसमें कहा गया था कि मप्र के समस्त हाई स्कूल व हायर सेकेंड्री स्कूलों के भवन एवं खेल मैदान जिस भूमि पर निर्मित है उक्त भूमि स्कूल शिक्षा विभाग के नाम से शासकीय अभिलेख में अंकित कराया जाना सुनिश्चित किया जाये।
इस पत्र के विभाग के पास आने के बाद भंवरा स्कूल की ओर से वर्ष 2016 से प्रक्रिया प्रारम्भ की। ग्राम के पूर्व सरपंच एलमसिंह परमार ने जानकारी देते हुए बताया की 2016 में उक्त कार्य के लिये जो भी दस्तावेज मांगे गये सभी की खाना पूर्ति कर देने के बाद भी राजस्व विभाग ने आज 7 साल बाद भी उक्त स्कूल की भूमि को राजस्व रिकार्ड में दर्ज नही किया ।
इसका बड़ा नुकसान ग्राम को यह हुआ की उक्त स्कूल सीएम राइज स्कूल के रूप में घोषित नही हो पाया। परमार ने बताया की राजस्व विभाग की लापरवाही के कारण इसकी फाइल 7 साल से सीहोर कलेक्टर कार्यालय से आष्टा तहसील कार्यालय के बीच भटकते भटकते थक गई है। और आज भी इस पूरे मामले की फाइल तहसील में लंबित है।
अब इस पूरे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री को की गई है,उन्हें शिकायत के माध्यम से इस पूरे मामले की जानकारी दे कर इसकी जांच की एवं जिनके कारण ये फाइल 7 साल से सीहोर आष्टा के बीच दर दर भटक रही है,उसकी जांच हो एवं जो भी दोषी हो उस पर कार्यवाही की मांग की गई है।
पूर्व सरपंच ने बताया की बीच मे कुछ कमियां दूर करने की जानकारी पर वो कमियां भी दूर कर दी गई फिर भी आज तक भंवरा का स्कूल उसकी भूमि राजस्व रिकार्ड में दर्ज नही हुई है,अगर अभी भी कोई कमी नजर आ रही है तो उसको भी दूर करने को स्कूल तैयार है।