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आष्टा। नगर विकास की ओर बढ़ते कदम में नगरपालिका द्वारा नगर के सबसे विशाल क्षैत्रफल में फैला वार्ड क्रमांक 16 में सीसी रोड़ कार्य का भूमिपूजन हुआ। सीसी रोड़ निर्माण कार्य का भूमिपूजन नपाध्यक्ष श्रीमती हेमकुंवर मेवाड़ा, विधायक प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा, वार्ड पार्षद रवि शर्मा, तारा कटारिया द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। भूमिपूजन अवसर पर विधायक प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि उक्त सीसी रोड़ का निर्माण 15 लाख 50 हजार रूपये की लागत से विनायक नैत्रालय से आरके डीजे वाले के मकान तक लगभग 300 मीटर लंबाई तक होगा। श्री मेवाड़ा ने कहा कि उक्त स्थान पर वर्षो पूर्व सीसी रोड़ का निर्माण किया गया था, जो काफी क्षतिग्रस्त अवस्था में पहुंच चुका था।

यहां निवासरत् नागरिकगण इस मार्ग पर सीसी रोड़ निर्माण की मांग कर रहे थे। नागरिकों की परेशानी को दृष्टिगत रखते हुए उक्त मांग पर त्वरित कार्यवाही करते हुए सीसी रोड़ निर्माण कार्य को परिषद से स्वीकृति मिली, जिसका आज भूमिपूजन संपन्न हुआ। विधायक प्रतिनिधि श्री मेवाड़ा ने नपा के तकनीकी अमले को निर्देशित करते हुए कहा कि उक्त मार्ग काॅलोनी का मुख्य मार्ग है, निर्माण के दौरान सामग्रियों का मौके पर आकर निरीक्षण करने के पश्चात्् ही निर्माण कार्य प्रारंभ करवाएं।

सीसी रोड़ निर्माणकर्ता एजेंसी को भी श्री मेवाड़ा ने कहा कि सीसी रोड़ निर्माण का कार्य वर्षा पूर्व तयसमयसीमा में व गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए पूर्ण करें, ताकि बारिश के दिनों में नागरिकों को आवागमन में परेशानी न हो सकें। इस अवसर पर मालवीय सर, अनिता यादव एडव्होकेट, हरेन्द्रसिंह ठाकुर, संजीव सोनी पांचम, राकेश विश्वकर्मा, संतोष विश्वकर्मा, शोमी कटारिया, लखन विश्वकर्मा, वैभव मेवाड़ा सहित वार्ड की महिलाएं मौजूद थी।


आयुर्वेद में दुर्गम से दुर्गम रोग का इलाज संभव है – रायसिंह मेवाड़ा

आयुष मिशन आयूष विभाग मध्यप्रदेश शासन के निर्देशानुसार ग्राम खामखेड़ा में आयूष शिविर का आयोजन किया गया। उक्त शिविर के मुख्य अतिथि विधायक प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा थे, वहीं सरपंच संतोष वर्मा, उपसरपंच मुकेश वर्मा, डाॅ. आयशा अंजुम विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

शिविर के प्रारंभ में अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित किया गया, तत्पश्चात्् उपस्थित ग्रामीणजनों ने मुख्य अतिथि विधायक प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा का पुष्पमाला पहनाकर स्वागत सम्मान किया। आयोजित शिविर को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि रायसिंह मेवाड़ा ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र मंे आयुर्वेद का महत्व है, जिसका दायरा दिनों दिन बढ़ता जा रहा है।

ऐसी कई गंभीर बीमारियां है, जिनमें आयूष चिकित्सा बेहतर विकल्प साबित हो सकती है। आयुष विभाग का मुख्य उद्देश्य लोगों को आयुष पद्धति के तहत स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। आयुष पद्धति में आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी की स्वास्थ्य देखभाल और उपचार की प्रणालियाँ शामिल हैं। एक बार फिर लोगों की रुचि आयुर्वेद की तरफ होने लगी है,

जो फायदा आयुर्वेद की औषधि करती है किसी भी अन्य पैथी की दवाई से नहीं होता। आयुर्वेद में दुर्गम से दुर्गम रोग का इलाज संभव है। शिविर में बड़ी संख्या में ग्रामीणजनों ने अपने रोगों का ईलाज कराया, वहीं चिकित्सा विभाग की टीम द्वारा सुविधाओं का ध्यान रखते हुए शिविर में आए रोगियों के रोगों की जांच कर उचित परामर्श के साथ ही निःशुल्क दवाईयां उपलब्ध कराई।

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