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सीहोर। लगातार दूसरी बार शहरवासियों ने महादेव की होली का महोत्सव मनाया, गुरुवार को भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा महादेव की होली में शामिल हुए। पूरे नगर में महादेव की होली आस्था और विश्वास के साथ मनाई गई। लोगों ने पूरी श्रद्धा के साथ भगवान शिव शंकर के मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की ओर मुख्य मार्ग पर निकले चल समारोह का स्थान-स्थान पर ऐतिहासिक स्वागत हुआ।

महादेव की होली उत्साह से मना रहे सभी शहर वासियों का शहर प्रमुख मार्गों पर श्रद्धालुओं, संगठनों के द्वारा फूलों और गुलाल से भव्य स्वागत किया गया। महादेव की होली चल समारोह में मशीन से गुलाल उडाया गया, इस मौके पर महाकाल की तर्ज पर डमरु पार्टी, कुबेरेश्वधाम के ढोल बाजे और भगोरिया नृत्य करने वाले भील समाज की टोली आकर्षण का केन्द्र थी। सुबह साढ़े दस बजे महादेव की होली के अवसर पर पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा चमत्कारेश्वर मंदिर में पूजा की गई।

यह चल समारोह सीहोर के धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है जो शिव भक्तों को एक साथ लाने और उनके बीच एकता और समरसता को बढ़ावा देने में मदद करेगा । 11 मार्च शनिवार को आष्टा में महादेव की भव्य,ऐतिहासिक होली का पर्व मनाया जाएगा।


गुरुवार को भागवत भूषण पंडित श्री मिश्रा के आह्वान पर शहर के छावनी सहित अन्य स्थानों पर होली के दूसरे दिन महादेव की होली खेली गई । इसके लिए एक दिन पहले से ही शहर के सभी शिवालयों को फूलों से सजाया गया था। सभी जगह केसरिया रंग और गुलाल की व्यवस्था की गई थी। मंदिरों में सुबह से ही महिलाओं का पहुंचना भी शुरू हो गया। था। इस तरह से यह भी दूसरा मौका था, जब होली पर्व के चल समारोह में हजारों की संख्या में महिलाओं और युवतियों भी शामिल हुई।

चल समारोह के पीछे मशीन से गुलाल उडाया जा रहा था, सुबह शहर के छावनी स्थित चमत्कालेश्वर महादेव मंदिर पर भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा पहुंचे और विशेष अर्चना के बाद चल समारोह आरंभ हुआ। इसके पश्चात शहर के अमर टाकिज के समीप गुप्तेश्वर महादेव मंदिर, बड़ा बाजार स्थित पिपेलेश्वर महादेव मंदिर और इसके पश्चात मनकामेश्वर महोदव मंदिर पर भी होली महोत्सव मनाया गया। इस मौके पर डीजे, बैंड बाजे, ढोल, मंजीरे, डमरु की धून पर श्रद्धालुओं ने जमकर आनंद उठाया।

सीहोर में मनी महादेव की होली


विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि सनातन धर्म के अंदर होली के पावन त्योहार का विशेष महत्व माना गया है। इस दिन मथुरा वृंदावन और वाराणसी समेत पूरा देश होली के रंग में रंग जाता है। धार्मिक ग्रंथों में भी होली के पावन पर्व का उल्लेख है। इसी को देखते हुए सीहोर और आष्टा में होली का पर्व भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा ने महादेव की होली मनाए जाने का संदेश दिया है।

हर हर महादेव की जय हो

यह दूसरा साल है। गुरुवार को सीहोर शहर में होली का पर्व आस्था और उत्साह के साथ मनाया गया अब शनिवार को सुबह दस बजे भागवत भूषण श्री मिश्रा आष्टा में होली का महोत्सव मनाने जाऐंगे। इसके लिए आष्टावासियों ने भव्य तैयारियां की है। शहर के छावनी स्थित नमक चौराहे पर प्रतिवर्ष अनुसार इस साल भी केसरिया होली महोत्सव का आयोजन किया गया। इसमें सभी क्षेत्रवासियों ने नई पीले टीशर्ट पहनकर गुलाल, पानी और फूलों की वर्षा कर उत्सव मनाया।

नमक चौराहा में होली खेलने का अलग ही अंदाज है। यहां सिर्फ केसरिया रंग से ही होली खेली जाती है। बच्चे, युवा व बुजुर्ग सिर्फ केसरिया रंग से ही होली खेलते है। बच्चों को भी केसरिया रंग देकर खोली खेलने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इस अलग अंदाज की वजह यहां दूर-दूर से युवा होली खेलने आते हैं। इससे बुजुर्गों को भी विशेष रूप से आमंत्रित कर उन्हें न केवल सम्मानित किया जाता है, बल्कि बुजुर्गों की जोडिय़ों के रूप में होली खिलाकर पुराने जमाने की स्मृतियों को एक बार फिर से ताजा करा दिया जाता है।

समिति के आनंद गांधी बताते हैं कि मोहल्ले में रहने वाले जो लोग बाहर चले गए हैं उन्हें भी आमंत्रण भेजकर केसरिया रंग से होली खेलने के लिए आमंत्रित किया जाता है। इस साल भी यहां पर बच्चे से लेकर बुजुर्गों ने पूरे उत्साह के साथ शाम चार बजे तक होली का उत्सव मनाया।

सो:- आष्टा, जावर,सिद्दीकगंज,पार्वती थाना पुलिस
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