आष्टा। प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा आगामी अप्रैेल से प्रदेश के हर घर में शराब की दुकान खोलने की अनुमति देने को लेेकर पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश परमार ने सरकार की इस नीति की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि भाजपा का असली चेहरा अब सबके सामने आ गया है। भाजपा सरकार के इस विवेकहिन फैसले से हमारे धर्म समाज और संस्कृति के सामने एक बड़ा संकट उत्पन्न होगा जिसकी कल्पना नही की जा सकती। उन्होने सवाल करते हुए पूछा कि पिछले चुनावो में भाजपा नेताओ द्वारा क्या इसी राजराज्य की बात कही जा रही थी? श्री परमार ने कहा कि 70 सालो में किसी सरकार ने ऐसा गलत फैसला नही लिया।
आम आदमी अब अच्छे से समझ रहा है कि अनैतिक व जबरजस्ती की सरकार बनाने में जिन शराब माफियाओ ने भाजपा नेताओ की मदद की उनको फायदा पहुचाने के लिए ही यह नीति तैयार की गई है ताकि ज्यादा से ज्यादा शराब की बिक्री प्रदेश में बढ़े। धर्म व गाय की दुर्गति जितनी इस सरकार में हुई है वह कभी देखने को नही मिली। श्री परमार ने प्रश्न किया कि जब बिहार जैसे मध्यप्रदेश से पिछड़े प्रदेश ने राजस्व की परवाह न करते हुये शराब बंदी अपने राज्य में की है तो शिवराज सरकार ऐसा क्यो नही कर सकती? उसे अगर राजस्व की इतनी ही चिंता है तो केन्द्र में डबल इंजन की सरकार के होने के भी क्या फायदे? श्री परमार ने प्रदेश की भाजपा सरकार से ऋषि मुनियों के इस देश में धर्म विरोधी, देश विरोधी इस निर्णय को अविलंब जनहित में वापस लेने की मांग की और ब्लाक स्तर पर नशामुक्ती केन्द्र खालने की मांग की ताकि समय रहते एक स्वस्थ व समृद्धशाली समाज का निर्माण किया जा सकें।