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आष्टा। आज कई लोग ऐसे हैं जिनको रक्त की जरूरत पड़ने पर काफी परेशान होना पड़ता है। इस प्रकार के रक्तदान शिविर ऐसे माध्यम हैं जिनमें हम रक्तदान कर कई लोगों की जान बचा सकते हैं। इसके लिए हमें हमेशा आगे आना चाहिए।रक्तदान महादान है । हमारे द्वारा किये गये रक्तदान से न सिर्फ हम किसी का जीवन बचा सकते है बल्कि रक्तदान करने से हमारे शरीर में आयरन की मात्रा ठीक बनी रहती है और दिल की बीमारिया भी दूर रहती है। रक्तदान अमूल्य दान है, जिससे कई जिन्दगीयों को बचाया जा सकता है। हम सब को कभी ना कभी जब भी अवसर मिले रक्तदान अवश्य करना चाहिये।

नवागत प्रथम जिला न्यायाधीश श्री एस के चौबे


उक्त बातें विद्वान न्यायाधीश एस के चौबे ने इस अवसर पर कहते हुए बताया कि कोई भी स्वस्थ व्यक्ति महिला अथवा पुरूष रक्तदान कर सकता है । रक्तदान करने से शरीर मे किसी प्रकार की कोई कमजोरी नही आती है।राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीहोर एवं प्रधान जिला न्यायाधीश सीहोर राजवर्धन गुप्ता के मार्गदर्शन में अध्यक्ष तहसील विधिक सेवा समिति आष्टा/जिला न्यायाधीश एस के चौबे द्वारा न्यायालय परिसर में चलित रक्तदान वाहन में गुरुवार को सुबह 10 बजे रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।

रक्तदान शिविर के सहभागी

इस अवसर पर न्यायालय परिसर में एस के चौबे अध्यक्ष तहसील विधिक सेवा समिति, अधिवक्तागण, कर्मचारीगण,पुलिस कर्मी,सामाजिक संगठन के प्रमुख सदस्य आदि मौजूद रहे। आज लोगो ने विशेष रूप से आये वाहन में लगे शिविर में रक्तदान किया।इसमें 17 लोगों ने भाग लेकर रक्तदान किया।
“सादगी के साथ किया शुभारंभ
शिविर का शुभारंभ”
कोरोना के प्रोटोकाल का पालन करते हुए सादगीपूर्ण तरीके से अध्यक्ष तहसील विधिक सेवा समिति जिला न्यायाधीश एस के चौबे ने किया।
विद्वान न्यायाधीश श्री चौबे ने अभिभाषक संघ के पदाधिकारियों की उपस्थित में मां सरस्वती व महत्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण कर रक्तदान शिविर का शुभारंभ किया।

महिला पुलिस कर्मियों ने भी किया रक्तदान


“कोरोना होने के बाद जीवन जीने की कला सीखी”
कोरोना संक्रमण काल के दौरान चली कोरोना से जंग के बाद समझ में आया कि जीवन कितना बहुमूल्य है। यदि हम दूसरों के जीवन बचाने के लिए सर्वस्व भी लुटा दें तो कम है। साथ ही वकील और समाजसेवी भी इसमें जुटे और कुल 17 यूनिट रक्तदान किया गया। एएसआई सुरेखा पंवार ने रक्तदान करके कहा ऐसा लगा मानो जीवन का कोई नेक काम बहुत सहजता से किया हो। अब मैं कोशिश करूंगी कि समय-समय पर रक्तदान करती रहूं। कोविड-19 मापदंड को ध्यान में रखते हुये शिविर मे अनेक लोगो ने उत्साह पूर्वक भाग लिया ।


उक्त शिविर मे 17 यूनिट रक्तदान किया गया ।जिसमे आष्टा न्यायालय के न्यायाधीशगण/अधिवक्तागण/कर्मचारीगण एवं पुलिस विभाग के पुलिस कर्मचारियो द्वारा रक्तदान किया गया।
उक्त शिविर के आयोजन मे आष्टा न्यायालय के समस्त न्यायाधीषगण मनोज भाटी न्यायिक मजि. प्रथम श्रेणी, श्रीमती सारिका भाटी न्यायिक मजि. प्रथम श्रेणी, सुश्री आयुषी गुप्ता न्यायिक मजि. प्रथम श्रेणी एवं श्री बाॅबी सोनकर न्यायिक मजि. प्रथम श्रेणी, अधिवक्तासंघ के अध्यक्ष तेजसिंह भाटी, अधिवक्तासंघ के सचिव भूपेश जामलिया, पैनल अधिवक्ता सुरेन्द्र परमार, लखनलाल खण्डारे, तहसील विधिक सेवा समिति आष्टा के कर्मचारीगण राजेश पठानी, मनोहरसिंह राठौर, राकेश शर्मा पैरालीगल वालेन्टियर्स, मुकेश राठौर पैरालीगल वालेन्टियर्स,

न्यायालय से गोपालसिंह राजपूत कोर्ट मूंशी, दिनेश सिसौदिया ,कोर्ट मुंशी, कमलेश परते साक्ष्य लेखक, अनिल वर्मा साक्ष्य लेखक, यू.एन. तिवारी रीडर, राकेश त्रिपाठी आई.टी अस्सिटेड, मुकेश राजपूत रीडर, अनिल श्रीवास्तव स्टेनो, राजेश शर्मा, सुश्री रेणु यादव, पुलिस विभाग से श्री प्रवीण जाधव, अरूण कुमार, हीरामणी परमार, जगदीश मसकोल, कृष्णपाल, जगदीश कुशवाह, राहुल गौड, बलराम देसवाली, सुरेखा पंवार, रंजना पंवार एवं स्वर्णकार वुमेन्स वेलफेयर फाउन्डेशन आष्टा की अध्यक्ष सविता सोनी, सदस्य पिंकी सोनी, संजय साडलीवाल, मधु सोनी, राजेन्द्र सोनी, सुरेन्द्र सोनी, रिनू सोनी आदि सम्मिलित हुए।

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