आष्टा। आज 26 को न्यायालय परिसर आष्टा मे रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया । उक्त आयोजन मे अध्यक्ष तहसील विधिक सेवा समिति आष्टा/जिला न्यायाधीश सुश्री सरिता वाधवानी ने बताया कि रक्तदान जीवनदान है । हमारे द्वारा किये गये रक्तदान से न सिर्फ हम किसी का जीवन बचा सकते है बल्कि रक्तदान करने से हमारे शरीर मे आयरन की मात्रा ठीक बनी रहती है और दिल की बीमारिया भी दूर रहती है। रक्तदान मूल्यवान दान है जिससे कई जिन्दगीयों को बचाया जा सकता है । रक्तदान से स्टोक व हार्ट अटेक से भी बचाव होता है ।
सुश्री सरिता वाधवानी द्वारा बताया गया कि कोई भी स्वस्थ व्यक्ति महिला अथवा पुरूष जिसकी आयु 18 वर्ष से 65 वर्ष के बीच हो जिसका वजन 45 किलोग्राम या अधिक हो या जिसका हेमोग्लोबिन 12.5 ग्राम हो, रक्तदान कर सकता है । रक्तदान 3 महीने मे एक बार किया जा सकता है तथा रक्तदान करने से शरीर मे किसी प्रकार की कोई कमजोरी नही आती है । उक्त आयोजन मे आष्टा न्यायालय से सुश्री सरिता वाधवानी अध्यक्ष तहसील विधिक सेवा समिति, न्यायिक मजि. सुश्री आयुषी गुप्ता, अधिवक्तागण, कर्मचारीगण, एवं पक्षकारगण मौजूद रहे ।