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सीहोर। वर्तमान समय खरीफ मौसम पूर्व अच्छे बीज एवं अन्य कृषि आदानों की व्यवस्था हेतु उचित समय है तथा बीज विक्रेताओं द्वारा भी बीज भण्डारण का कार्य प्रारम्भ हो चूका है। आदिवासी बाहुल्य परिश्रमी कृषक यह भलीभांति जानते है कि बीज का खेती किसानी में क्या महत्व होता है। इस हेतु कृषकों को बीज के अंकुरण का परीक्षण बुवाई के पूर्व अवश्य कर लेना चाहिये।

अंकुरण का परीक्षण करना बहुत आसान होता है, उदाहरण के तौर पर यदि कृषक बन्धु सोयाबीन फसल हेतु बीज का अंकुरण परीक्षण करना चाहते है तब इसके लिये कृषकों को एक छोटी क्यारी अथवा उचित आकार की ट्रे में मिट्टी भरकर, जिसमें सोयाबीन फसल के 100 दाने की बुवाई हो जाये लेना चाहिये। अब मिट्टी को नम कर लेना चाहिये एवं उसमें बीज की बुवाई कर दी जानी चाहिये। ध्यान रहे जब तक अंकुरण नही हो जाता तब तक मिट्टी में नमी बनी रहनी चाहिये। लगभग 6 से 7 दिन पश्चात अंकुरण होकर पौधा जमीन के उपर दिखने लगते है, इस समय हम पौध की संख्या की गिनती कर लेते है। यदि 100 बीजों मे से 60 से 70 बीज अंकुरित होते है तब यह मान लिया जाना चाहिये कि बीज बुवाई के अनुकुल है।

इसी प्रकार का प्रयोग अन्य फसलों जैसे मक्का, मूंग, उड़द, अरहर एवं अन्य खरीफ फसलों के बीजों का अंकुरण ज्ञात करने के लिये परीक्षण किया जा सकता है।
किसान गुणवत्तायुक्त बीज लायसेंसी आदान विक्रेता से ही खरीदें व पक्का बिल अवश्य लेंवें। नकली, घटिया व अमानक स्तर के बीज से सावधान रहे। यदि क्षेत्र में बगैर लायसेंसी गांव, मोहल्ले में मोटरसाईकिल या कोई अन्य वाहन से किसानों को प्रलोभन देकर बीज बेचता है तो तुरन्त नजदीकी कृषि कार्यालय या जिला कार्यालय को सूचना देंवें। बगैर लायसेंसी से बीज क्रय न करें अमानक स्तर के बीज की गुणवत्ता संदेहप्रद होने पर किसानों को लाभ की तुलना में हानी का शिकार होना पड़ता है। विभाग जिले के किसानों से आग्रह करता है कि जागरूकता का परिचय देकर ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध रूप से बेचने वाले तत्वों से कपास इत्यादि फसलों का बीज क्रय नही करें। ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय ऐसे व्यक्तियों की सूचना तत्काल विभाग को देंवें।

किसान भाई ऐसे अवैध बीज बेचने वालों की सूचना अपने क्षेत्र के सरपंच, सचिव के माध्यम से भी विभाग को दे सकते है। आपके द्वारा दी गई सूचना आपके लिये ही मद्दगार साबित होगी।
कृषि विभाग द्वारा किसानों से यही अपील की गई है कि कृषि आदान के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की कोई समस्या/शिकायत होने पर नजदिकी कार्यालय से सम्पर्क कर सकते है व मैदानी अमलों से भी उचित सलाह ले सकते है। कृषक बन्धुओं से भी यह अनुरोध है कि जब भी किसी बीज विक्रेता से बीज का क्रय करें तब वह पक्का बिल अवश्य प्राप्त करें।

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