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आष्टा। जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रो में ध्यान नही देने,जो टीम गांव गांव में है,उससे संवाद नही करना,ग्रामीण क्षेत्रो में भ्रमण नही करना यहा तक की कोरोना संक्रमण को बढ़ने से रोकने जन जागरूकता के लिए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के आव्हान पर जिन कोरोना वॉलेंटियर युवाओं ने कोरोना को रोकने के लिए जनजागरूकता का कार्य कर सेवा देने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाये जनपद आष्टा के सीईओ को आज तक इस मामले में कोई जानकारी ही नही है,उन्हें ये ही नही मालूम है कि कितने वॉलेंटियर ने रजिस्ट्रेशन कराया है क्योंकि उन्होंने कभी ये सूची देखी ही नही,उस सूची की उन्हें कोई जानकारी ही नही है कि आष्टा जनपद के ग्रामो में कितने” में कोरोना वॉलेंटियर” है।

ये पोल आज उस वक्त खुली जब दिन रात कोरोना संक्रमण के प्रभाव को रोकने खुद भोपाल कमिश्नर श्री कवीन्द्र कियावत गांव गांव शहर शहर,दिन हो या रात हो घूम घूम कर व्यवस्थाओं को देख रहे है,अच्छा कार्य करने वालो का हौसला बढ़ा रहे है,जहा जो कमी है वो दूर करते है,जहा सुधार की जरूरत होती है वहा अधीनस्थों को निर्देश देते है। लेकिन शायद आष्टा जनपद के सीईओ को इन बातों से कोई लेना देना ही नही है वे गांवों में जाने में कम ही विश्वास रखते है,जाते भी है तो दौरा रस्मअदायगी भरा होता है। आज रात्रि में अचानक भोपाल कमिश्नर आष्टा पहुचे,रेस्टहाउस में सभी प्रमुख अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में जब ग्रामीण क्षेत्रो में कोरोना संक्रमण का बढ़ते प्रभाव,गांव गांव में कोरोना पॉजिटिव की आ रही संख्या को लेकर जब कमिश्नर ने आष्टा जनपद के सीईओ डी एन पटेल से पूछा आप कोरोना को लेकर जन जागरूकता अभियान में कोरोना वॉलेंटियर का सहयोग लेते है,जैसे ही कमिश्नर ने यह पूछा सीईओ सकपका गये जब कमिश्नर कियावत ने पूछा आपके यहा कितने वॉलेंटियर ने रजिस्ट्रेशन कराया उनकी सूची आपने निकली इसका भी उनके पास कोई जवाब नही था तब कमिश्नर ने आष्टा जनपद की भरी बैठक में सभी अधिकारियों के सामने कड़ी फटकार लगाते हुए पूछा क्या आपको अलग से कहना पड़ेगा कि उन वॉलेंटियर की सूची निकाल लो,उनका कोरोना के जन जागरूकता अभियान में उपयोग करे।


स्मरण रहे रोजाना जो कोरोना बुलेटिन जिले से जारी होता है उसमें रोजाना ग्रामो में कोरोना पॉजिटिव मरीजो की संख्या नजर आ रही है,अब तो ग्रामीण खुद ग्रामो में कोरोना के बढ़ते मरीजो की संख्या से चिंतित नजर आने लगे है। अगर समय से पंचायत विभाग ग्रामो में खास फोकस करता तो जो हालात आज गांवों में बने शायद वो नही बनते। आज कमिश्नर सभी को स्पष्ट निर्देश दे कर गये है की सख्ती,सक्रियता बहुत जरूरी है। बैठक में साथ आये जिला प्रभारी सचिव जॉन किंगस्ले भी उपस्तिथ थे। आष्टा नगर ग्रामीण क्षेत्रो में कोरोना की जो स्तिथि है उससे,प्रयासों कार्यो उपायों से कमिश्नर बिल्कुल भी संतुष्ट नजर नही आये। आज कील कोरोना दल के पास डोर टू डोर सर्वे के दौरान उनके पास टेम्परेचर नापने उपकरण नही होने पर बताया है नही आर्डर दिये है,इस पर भी उन्होंने कड़ी नाराजी व्यक्त की।

योग को लेकर बताया ग्रामो में योग शिक्षक योग कराते है। अब देखते है आज कमिश्नर की फटकार का जिम्मेदारों पर कितना असर होता है। बैठक के बाद कमिश्नर ने एसडीएम,एसडीओपी की स्पष्ट निर्देश दिये कि जो प्राइवेट अस्पताल रेमडेसिविर इंजेक्शन की कलाबाजरी करे,मनमाने पैसे बसूले,तय रेट से ज्यादा शुल्क बसूले उन पर प्रकरण दर्ज कर सख्त कार्यवाही करें। आष्टा अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट को लेकर बीएमओ ने उन्हें बताया कि अभी तक कोई सर्वे नही हुआ,ना ही कोई निर्माण एजेंसी की चर्चा सामने आई है।

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