आष्टा। कोरोना महामारी ने देश में विकराल रूप ले लिया है इससे प्रदेश के साथ ही आष्टा नगर भी अछूता नही है। कोरोना से पीडि़त गंभीर मरीजों को अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन व दवाईयां समय पर उपलब्ध नही हो पा रही है। इस वजह से अनेक लोगों ने अपने परिवार के कर्ता-धर्ता को खोया है। कोविड-19 की इस महामारी की वजह से सिविल अस्पताल आष्टा में भी पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध नही होने की वजह से शताधिक मरीजों की आकस्मिक मृत्यु हो चुकी है। गांव-गांव में आष्टा विधानसभा अंतर्गत हजारों मरीज इस महामारी से जूझ रहे है और सैकड़ों लोगों की जान गांव-गांव में जा चुकी है। क्षेत्र के 365 गांवों और आष्टा नगर के शमशानों व कब्रिस्तानों के हालात यह सब बयां कर रहे है। ऐसे में यह जरूरी हो गया है कि सिविल अस्पताल आष्टा में कोरोना महामारी से लड़ने के लिए मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना तत्काल हो।
इस व्यवस्था के लिए पूर्व सांसद एवं पूर्व मंत्री म.प्र. शासन सज्जनसिंह वर्मा द्वारा 25 लाख रूपये की राशि अपनी विधायक निधि से प्रदत्त की है जिसके लिए देवास व सीहोर कलेक्टर को पत्र लिखकर संपूर्ण कार्यवाही भी की जा चुकी है। ऐसे में बिना समय गवाएं आपातकाल स्थिति को देखते हुए अतिशीघ्र ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की जाना चाहिए, क्योंकि प्रदेश के अन्य स्थानों पर ऑक्सीजन प्लांट निर्मित होना प्रारंभ हो चुके है। यह बात रोगी कल्याण समिति को अपनी घोषणा अनुरूप 1 लाख रूपये की राशि का चेक ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर, रोकस सचिव डॉ. प्रवीर गुप्ता एवं ब्लॉक सामुदायिक उत्प्रेरक तरूण राठौर को सौंपते हुए पूर्व नपाध्यक्ष कैलाश परमार ने कहीं है।
श्री परमार ने यह भी कहा है कि सिविल अस्पताल आष्टा में मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट एक माह के अंदर लग सकता है और अब इसके लिए राशि की भी पर्याप्त व्यवस्था हो चुकी है। ऐसे में अगर अतिशीघ्र ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना नही हुई तो जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही ही इसका कारण होगी। अब जबकि ऑक्सीजन प्लांट हेतु पूर्ण रूपेण वित्तीय व्यवस्था हो चुकी है तो प्रशासन का यह दायित्व बनता है कि अतिशीघ्र सारी ऑपचारिक (कागजी) कार्यवाही पूर्ण कर अंचल आष्टा को ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करवाएं। आज चेक सौंपते हुए पूर्व नपाध्यक्ष कैलाश परमार के साथ समाजसेवी प्रदीप प्रगति, एडव्होकेट सुरेन्द्रसिंह परमार भी उपस्थित थे।