आष्टा। कोरोना महामारी की दूसरी लहर में मानव जीवन पर बड़ा खतरा आन पड़ा है। प्रदेश से लेकर पूरे देश मे स्वास्थ्य सेवाओ के हाल बेहाल हो चुके है। कोरोना के गम्भीर मरीज प्राणों को बचाने प्राणवायु के लिये परेशान है। ऑक्सीजन की कमी के चलते कई मरीजों ने दम तोड़ दिया है। इस समय कोरोना से संक्रमित व्यक्ति को ऑक्सीजन की बड़ी आवश्यकता पड़ रही ऐसे ही मरीजों को मुश्किलो का सामना करते हुए देख आष्टा में कई सामाजिक संस्थाएं कोरोना के मरीजो की सेवा,सहायता के लिए मानव सेवा ही सर्वोपरि है के मूलमंत्र को लेकर आगे आई है। ऐसे संकट के समय मे आष्टा शहर के मुस्लिम समुदाय के नव युवक भी आगे आये और कोरोना के मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर रूपी संजीवनी देने का कार्य कर रहे है,और खास बात यह है कि कोरोना मरीजों को मुस्लिम समुदाय के युवक निःशुल्क ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवा रहे है ।
“बरकतों का महीना है माहे रमजान”
बिना भेदभाव के हर धर्म के लोगों को इस संकट की घड़ी में ऑक्सीजन रूपी सिलेंडर उपलब्ध करवा कर संजीवनी देने वाले इन मुस्लिम समुदाय के हाफिज चांद मियां, शेख फैजान,शेख मेहफूज ने बताया कि यह बरकतों का महीना माहे रमजान चल रहा है गर्मी में मुस्लिम धर्मावलंबी इस महीने का एहतराम कर अल्लाह की इबादत में जुटे हुए है । रमजान का यह मुबारक महीना जिस इंसान को मिलता वे खुशनसीब और किस्मत वाले होते हैं।
यह महीना नेकी कमाने और बुराइयों से बचने का है
इसलिए जब शहर में कोरोना संक्रमित मरीजों के परिजनों को ऑक्सीजन सिलेंडर के लिये इधर उधर दर दर भटकते देखा तो इनकी मदद करने का फैसला लिया
और समाज जन के सहयोग से बीते 10 दिनों से आष्टा सहित सोनकच्छ, जावर, शुजालपुर, सारंगपुर, कन्नौद, सीहोर सहित अन्य स्थानों से पीड़ित,परेशान लोग आ रहे है,उन लोगो को निःशुल्क ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवा रहे है।
इस कार्य मे मुख्य रूप से हाफिज़ चांद मिया, शेख फैज़ान पत्रकार, शेख महफूज़,आदि मुस्लिम समुदाय के नोजवान दिन रात लगे है।