सीहोर। डर, इंसान को कमजोर बना देता है और इसका स्वास्थ्य पर सीधा असर पड़ता है। कोरोना से डरने की नहीं है, बल्कि मुकाबला करने की जरूरत है। दुनिया में कई लोग ऐसे उदाहरण है जिन्होंने अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति से बड़ी से बड़ी बीमारी को हराया है। यह कहाना है कोविड केयर सेंटर से आज डिस्चार्ज हुए सीहोर निवासी अशोक साहू का। अशोक साहू कहते हैं कि कई बार बीमारी छोटी होती है, लेकिन डर, घबराहट और परिजनों के अत्याधिक भावुकता के कारण मरीज संवेदनशील स्थिति में पहुंच जाते हैं। धैर्य पूर्वक और शांत रहकर सकारात्मका विचारों के साथ बिना देर किए इलाज कराएं तो कोरोनों को आसानी से हराया जा सकता है ।
अशोक साहू केन्द्रीय विद़यालय में शिक्षक हैं। आज वे कोविड केयर सेंटर से स्वास्थ्य होकर घर चले गये। उन्होंने बताया कि जब मुझे सर्दी, जुकाम और बुखर आया तो तुरंत जांच करवाया। जांच में कोरोना पॉजिटिव आने पर जरा भी विचलित हुए बिना देर किए भोपाल-इंदौर बायपस स्थित कोविड केयर सेंटर में भर्ती हो गया। इस कोविड केयर सेंटर में में जिला प्रशासन ने बहुत बेहतर व्यवस्थाएं की हैं। इलाज से लेकर भोजन और मरीजों के देखभाल के सारे इंतजाम बहुत बढ़िया हैं। स्वास्थ्य विभाग का पर्याप्त स्टॉफ है जो नियमित समय पर परीक्षण एवं दवाएं देने के साथ ही मरीजों का हौसला भी बढ़ाते हैं। स्वस्थ होकर घर जाते समय उन्होंने चिकित्सकों, चिकित्सा स्टॉफ और जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया।