आष्टा। बरसों से आष्टा नगर में पांच दिवसीय रंग की परंपरा चली आ रही है। इस वर्ष भी हिंदू उत्सव समिति ने शांति समिति की बैठक में 5 दिवसीय रंग पर्व मनाने की जानकारी बैठक में दी थी। वही प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को लेकर शासन की गाइडलाइन एवं प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की थी तथा नागरिकों से अपील की थी कि वह इस बार होली घर पर रहकर घर वालों के साथ ही मनाये। मप्र के मुख्यमंत्री ने खुद प्रदेश के नागरिको से कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए मेरी इसका बड़ा असर आष्टा नगर में होली पर्व के आज दूसरे दिन नजर आया जब आज दूसरे दिन नागरिक रंग खेलने बाजारों में नहीं आए।
हिन्दू उत्सव समिति अध्यक्ष रूपेश राठौर, पूर्व अध्यक्ष कालू भट्ट ने भी आज एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसको लेकर चिंता की है कि लोग घरो से रंग खेलने नही निकले, आज रंग पर्व के दूसरे दिन करीब 11:00 बजे बाद जरूर पूर्व पार्षद कालू भट्ट,रूपेश राठौर ने नपा से एक पानी का टैंकर मंगवा कर श्री राम मंदिर चौराहे पर रखवाया जिसके कारण इस चौराहे पर दोपहर 2 बजे तक छोटे-छोटे कुछ बच्चे रंग खेलते रहे बाकी पूरे नगर में कहीं पर भी रंग नजर नहीं आया। 5 दिनों तक रंग खेलने की बड़ी बड़ी बातें करने वाले चेहरे भी कही रंग खेलते नजर नही आये। सभी प्रमुख बाजार खुले रहे,आम दिनों की तरह बाजार में ग्राहकी भी रही।
आज एक बात समझ मे नही आई की स्थानीय प्रशासन कई दिनों से नागरिको से अपील कर रहा है कि इस बार होली अपनी होली अपने घर,अपनो के साथ ही मनाये,घरो में रहे सुरक्षित रहे,मास्क जरूर लगाए, दो गज की दूरी बना कर रखे। वही ये अपील करने वाला ही प्रशासन रंग खेलने के लिए पानी के टैंकर उपलब्ध करा रहा है। प्रशासन का ये दोहरा नजरिया समझ से परे है। और तो और स्थानीय प्रशासन एवं नगरपालिका नागरिकों से घर में रहकर घर पर परिवार के साथ ही होली खेलने की बात करती है वहीं दूसरी ओर नगरपालिका रंग खेलने के लिए बुधवारा में टैंकर उपलब्ध कराती है। यह उसका दोहरा चरित्र उजागर हुआ है। जब प्रशासन जो अपील कर रहा है और नागरिक उसकी अपील को मानते हैं तो फिर बुधवारा में नगर पालिका द्वारा पानी का टैंकर क्यों रखवाया यह समझ से परे है। आज आष्टा नगर में बड़ा बाजार, भवानी चौक, अदालत रोड, कन्नौद रोड, सब्जी मंडी, नया बस स्टैंड, बुधवारा,अलीपुर सहित लगभग अधिकांश बाजार खुले रहे केवल श्री राम मंदिर चौराहे पर ही एक पानी का टैंकर रखा गया था। यहीं पर कुछ बालको ने रहा गुजरते लोगों पर रंग डाला और होली मनाई।
यहा यह समझ से परे है की शासन प्रशासन, कलेक्टर सीहोर के निर्देशों का पालन करने की स्थानीय प्रशासन ही नागरिको से अपील करता है की शासन प्रशासन की गाइडलाइन निर्देशो का पालन करे,घरो में रहे,अपने परिवार के साथ रहे,अपने परिवार के साथ होली खेले,नागरिको ने इस अपील को माना घरो में रहे,अपने परिवार के साथ रहे,उन्ही के साथ रंग खेले। नागरिको को समझ नही आ रहा है की वे निर्देशो का पालन करे,घर मे रहे या उसके द्वारा रखाये पानी के टेंकरो के पास जा कर होली खेले। जिम्मेदारों को आगे आ कर तय करना चाहिये कि करना क्या है,ताकि नागरिको में जो भ्रांति है वो दूर हो सके।