आष्टा। आज प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में आष्टा में करीब 75 स्थानों पर होलिका दहन हुआ,होलिका दहन के बाद परम्परा अनुसार नागरिक होली तापने, पूजन करने पहुचे।
होलिका दहन के बाद होली में गेहूं की बाली सेकने की परंपरा भी पूर्ण की गई। पुराने समय से चली आ रही परम्परा अनुसार आज भी कई घरो में होली के जलते कंडे की आग पर बाटी सेकने की जो परम्परा है,वो बुधवारा में महिलाओं ने निभाई,जलती होली के कंडो पर बाटी सेकी गई।
होलिका दहन के बाद 9 बजे नगर के कई क्षेत्रों से शोक गैर निकली जो गमी वाले परिवारों के बीच पहुची ओर शोकाकुल परिवारों के सदस्यों को रंग गुलाल लगा कर रंगों की खुशी में शामिल किया।
जैसी उम्मीद थी की कोरोना के कारण इस बार उत्साह कम नजर आयेगा, लेकिन ऐसा कही नजर आया नही,प्रातः से ही खास कर बच्चों में होली के प्रति उत्साह नजर आया। प्रशासन-पुलिस होली त्योहार को लेकर सजग,सतर्क नजर आई।
आज भी कई लोगो ने कोरोना की आई नई गाइडलाइन व निर्देशो का पालन कर “मेरी होली मेरे घर पर” ही परिवार के साथ मनाई गई।