सीहोर। आजाद भारत के इतिहास में यह पहला अवसर है जब समर्थन मूल्य पर चना,मसूर,सरसो की खरीदी गेंहू से पहले की जा रही है।
आज से पूरे मप्र में गरीबो के मसीहा,गांव,गरीब,किसान की हरदम चिंता करने वाले मप्र के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व,उनके मार्गदर्शन में आज से समर्थन मूल्य पर चने की खरीदी शुरू की जा रही है,
यह कहना है कृषि मंत्री कमल पटेल का जो उन्होंने चना खरीदी केंद्र के शुभारम्भ अवसर पर कहे,उन्होंने कहा पहले जो फसल गेंहू की बाद में आती थी वो पहले ओर जो फसल चना,मसूर,सरसो की पहले आती थी उसे बाद में खरीदी जाती थी। 86% किसान सीमांत लघु किसान है,जिनके पास मात्र ढाई एकड़ से 5 एकड़ तक की जमीन है। उधार चुकाने के लिये मंडी में सबसे पहले गेंहू बेच देता,मंडी में आवक बढ़ते ही गेंहू के भाव गिर जाते थे,गोदामो में गेहूं पहुचते गेंहू के भाव बढ़ जाते ये किसान के लिए दुखी होने का कारण बनता था।
अब पहले चना,मसूर,सरसो जिसका मूल्य भी ज्यादा होता है पहले खरीदी जा रही है,ताकि किसान चुकारा कर सके। इसके पीछे मोदी सरकार,शिवरसिंह चौहान की सरकार का यही लक्ष्य है की 2022 तक किसान की आय दोगुनी हो।
इस अवसर पर मप्र की पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने कहा की कांग्रेस के शासन में किसानों के लिये जो भी योजनाए बनती थी वो एसी कमरों में बनती थी,यही कारण रहा कि 65 साल के शासन में किसान की दशा जस की तस ही रही। आज इस खरीदी केंद्र की जिम्मेदारी बहनों के हाथों में आई है,बहनों पर सरकार ने जो विश्वास जताया है,बहनों को उस विश्वास पर खरा उतर कर बताना है,की हम भी ये कार्य कर सकती है।
आज मप्र के कृषि मंत्री कमल पटेल,पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर,सीहोर विधायक सुदेश राय ने जमोनिया रोड सीहोर पहुच कर खरीदी केंद्र पर चने की खरीदी कार्य का शुभारम्भ किया।
इसके पूर्व मंत्री द्वय ने कन्यापूजन किया,प्रथम किसान का साफा बांध कर सम्मान किया। इस अवसर पर स्वसहायता समूह की बहने, अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी,किसान,ग्रामीण आदि उपस्तिथ थे।