आष्टा। सुख हो या दुख हो,हम सब को सब परिस्थितियों में एक समान रहना चाहिए। सुख में कभी भूलना नहीं चाहिए और दु:ख में तड़पना व कोसना नहीं चाहिए,यही जीवन का सच्चा आनंद प्रदान करेगा।
रंगों का महापर्व आने वाला है और इस पर्व को हम सभी बहने बड़े हर्ष और उत्साह के साथ मनाएं।
उक्त बातें समाजसेविका साधना प्रेम कुमार राय मामा ने शिवालय निवास पर आयोजित फाग उत्सव समारोह के दौरान उपस्थित नगर की विभिन्न महिला मंडलों के पदाधिकारी एवं प्रमुखों के बीच कहीं।
उक्त गरिमामय कार्यक्रम में नगर निरीक्षक सिद्धार्थ प्रियदर्शन, हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष रूपेश राठौर, विभिन्न महिला मंडलों के अध्यक्षों एवं वरिष्ठ महिलाओं सहित पत्रकारों का स्वागत व सम्मान राजा पारख, प्रेम कुमार राय मामा ,अशोक जैन आस्था आदि द्वारा किया गया। श्रीमती राय एवं सपना, डॉक्टर कुणाल राय ने सभी महिलाओं एवं अतिथियों का स्वागत व सम्मान किया ।
श्रीमती राय ने
सुख-दुख को परिभाषित करते हुए कहा कि शिव महापुराण में भी कहा गया है कि जब जीवन में सुख आता है, तब वह सुख व्यक्ति के अंदर पनप रहे अहंकार की परीक्षा लेता है। वहीं दूसरी ओर जीवन में जब दुख आता है तो अपने अंदर का दुख ,धैर्य और साहस के साथ संयम की परीक्षा लेता है। समाजसेवी प्रेम कुमार राय मामा ने इस अवसर पर कहा कि व्यक्ति को दोनों ही परिस्थिति में एक समान रहना चाहिए। सुख में भूलना नहीं चाहिए और दुख में तड़पना नहीं चाहिए।
“फूलों से एवं गुलाल ,अबीर से मनाया फागोत्सव”
साधना एवं सपना राय परिवार द्वारा आयोजित इस फागोत्सव में नगर के सभी महिला संगठनों की महिलाओं ने इस फागोत्सव- रंगोत्सव को मनाया ।
इस अवसर पर साधना प्रेम कुमार राय मामा, सपना डॉक्टर कुणाल राय,हिंदू उत्सव समिति महिला संगठन अध्यक्ष भगवती सोनी, मीना सिंगी , विजयलक्ष्मी उपाध्याय, तारा कटारिया ,सुनीता सोनी,सुशीला नामदेव , नंदा सोनी ,प्रतिभा नागर ,मीनू सुराणा ,अनीता ताम्रकार ,सीमा नागोरी ,संध्या बजाज ,अर्चना यादव ,कल्पना आर्य ,पिंकी राठौर ,मंजू राठौर , ममता बजाज, मंजू तिवारी ,मीना वर्मा ,समिता जैन, बिंदु सोनी सहित समाज की महिला मंडल की सदस्य उपस्थित थी ।कार्यक्रम का सफल संचालन बिंदु सोनी नेेे किया। आभार साधना राय ने व्यक्त किया।