आष्टा । लम्बे समय से आष्टा में एक सामाजिक बुराई के रूप में देखे जाने वाला सट्टे का कारोबार काफी फल फूल गया था । धीरे धीरे फलता फूलता सट्टा गली कूचों में जो छुप कर लिखा जाता था,उतारा जाता था,खाया जाता था ।
उसने अपने पैर खुले में चौक चौराहों,होटलों,पान की दुकानों तक फैला कर एक चुनोती पुलिस को दे दी थी। संरक्षण की छांव में फला फुला सट्टा कई गरीब परिवारों पर विपरीत बुरा असर डाल रहा था।
दो दिन पूर्व एसपी श्री मयंक अवस्थी आष्टा एसडीओपी श्री आकाश अमलकर के निर्देशन में आष्टा टीआई श्री पुष्पेन्द्रसिंह राठौर ने अलग अलग टीमो का गठन कर आष्टा में करीब आठ ठिकानों पर एक साथ दबिश दी,योजना बना कर की कार्यवाही में आष्टा पुलिस को सफलता मिली और दी गई ।
दबिश में करीब 3 खाईवाल 5 सट्टा लिखने वालो को गिरफ्तार कर उनके पास से करीब 8310/- रुपये नगद,करीब 1 लाख से अधिक का सट्टे का हिसाब किताब जप्त करने में सफलता मिली।
पकड़े गये सभी सटोरियों पर सट्टे की धाराओं के साथ सभी पर 151,107,116(3) के तहत भी कार्यवाही की। आष्टा पुलिस की सट्टे के खिलाफ हुई कार्यवाही का असर ये नजर आया कि परसो की गई कार्यवाही के बाद से ही नगर के चौक,चौराहों,होटलों पर सटोरिये नजर नही आये है।
खबर है कि पुलिस ने अपना खुफिया तंत्र भी सक्रिय किये हुआ है जो निगाह रखे हुए है। जिस तरह की कार्यवाही आष्टा पुलिस ने की उसी तरह की ठोस कार्यवाही की जरूरत ग्रामीण थाना क्षेत्रों के उन ग्रामो में भी जरूरत है जिन ग्रामो को सट्टे ने अपनी चपेट में ले रखा है.!