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“सत्संग की नजर में रहोगे तो श्रेष्ठ बनकर निकलोगे, जहां पर भाई-भाई प्रेम से रहते हैं वह अयोध्या के समान है- संतश्री गोविंदजाने”

भोपाल नाका मुगली रोड पर चल रही श्री राम कथा के दूसरे दिन आज भारी संख्या में श्रद्धालु कथा श्रवण के लिए पहुंचे श्री गोविंद जाने के अमृत वचन सुनने के लिए भारी संख्या में महिला श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी । संतश्री ने कहा कि अच्छी संगत बैठा करो ।

सद्गुणों वाली संगत से हमारी बुद्धि सत्संग करने की प्रेरणा देती है, मनुष्य का चरित्र जल की तरह होता है। एक लोटे जल में अगर तुलसी का पत्थर डाले जाएंगे तो वह चरण अमृत बन जाता है। इसी प्रकार हमारे शरीर रूपी लोटे में आप सत्कर्म और अच्छे कार्यों को ग्रहण करेंगे तो वह भी अमृत में हो जाता है भगवान को प्राप्त करना हो तो धनवान बलवान और सुंदरता को कभी भी दिमाग में मत रखना

रघुनाथ को पाने के लिए एक मत और एक चित होकर अंतरात्मा से याद कर लेना, बुद्ध माता-पिता, गरीब, पीपल का पेड़ और जलती हुई अग्नि के पास कभी भी घमंड वाली बात मत करना अगर करोगे तो समझो आपके बुरे दिनों की शुरुआत हो चुकी है । जो धन सुख शांति समृद्धि हमें मिलती है वह हमारे प्राबुद्ध के कारण प्राप्त होती हे ।

धन्य है वह भारत की भूमि अयोध्या और वृंदावन किसको भगवान ने स्वयं धरती पर आने के लिए चुना हम प्रणाम करते हैं उस पावन भूमि को । चार नजर आपको कवच का काम करती है मां की नजर साधु की नजर महापुरुष की नजर और सत्संग की नजर में रहोगे तो श्रेष्ठ बनकर निकलोगे । आज के कथा पंडाल में हम प्रण करेंगे की बड़े भाई राम की तरह और छोटे भाई भरत की तरह जीवन यापन करोगे तो कभी कोर्ट कचहरी के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। जब तक हमारे शरीर में राम शब्द है तब तक हमारे पास सब कुछ है अयोध्या की नगरी वैराग्य की धरती है।

जहां पर जन्मे राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न जैसे भाइयों का त्याग प्रेम और समर्पण की गाथा संसार को सुनाई जाती है,हरि गुरु निंदक दादुर होवई। हरि की और गुरु की निंदा जो सुनता है जिस कानों से उसको गौ हत्या करने का पाप लगता है। जिस प्रकार शिष्य गुरु की बेटा पिता की बुराई नहीं सुन सकता । उसी प्रकार घर की बहू भी कभी अपने माता-पिता की बुराई ही नहीं सुनती है । जहां पर भाई-भाई प्रेम से रहते हैं वह अयोध्या के समान है। एक भाई ने भाई के पीछे राजपथ का त्याग किया एक भाई ने भाई के पीछे समर्पण दिखाकर सब कुछ त्याग दिया । बहनों कभी भी आपके पति और रघुपति की बुराई नहीं सुनना चाहिए । आपके जीवन को हमेशा सीता माता की तरह चरितार्थ करना चाहिए जिससे जीवन में सुख समृद्धि की रहा दिखाई दे।

एक बार त्रेता जुग माहीं। संभु गए कुंभज रिषि पाहीं॥संग सती जगजननि भवानी। पूजे रिषि अखिलेस्वर जानी॥ एक बार त्रेता युग में शिव अगस्त्य ऋषि के पास गए। उनके साथ जगज्जननी भवानी सती भी थीं। ऋषि ने संपूर्ण जगत् के ईश्वर जानकर उनका पूजन किया।जब हमें खाने पीने की चीज शुद्ध चाहिए तो मां के अंदर चलचित्र क्रोध आलस ईर्ष्या जैसे गुण को हमें छोड़ देना चाहिए हमारे अंतरात्मा भी रघुनाथ की तरह पुरुषोत्तम बनाकर उसको श्रेष्ठ मनुष्य के रूप में जीवन को सार्थक करना चाहिए हमारा रघुनाथ हर इंसान की पाक पाक की जानकारी रखता है वह संसार पर कृपा बरसता है बुरे कर्मों पर भी नजर रखता है।

बिनु पद चलइ सुनइ बिनु काना। कर बिनु करम करइ बिधि नाना॥आनन रहित सकल रस भोगी। बिनु बानी बकता बड़ जोगी॥अर्थात वह बिना ही पैर के चलता है, बिना ही कान के सुनता है, बिना ही हाथ के काम करता है, बिना मुँह के ही सारे रसों का आनंद लेता है और बिना वाणी के बहुत योग्य वक्ता है।जिस प्रकार गौ माता को आज आवारा कहा जाता है आज गौ माता को हम मनुष्य की जरूरत है हम उनकी रक्षा करें गौ माता को धरती पर हमारी रक्षा के लिए भेजा गया है तो हमारा भी धर्म है कि हम गौ माता की रक्षा करें।

जब जब होई धरम की हानी,बाढ़हि असुर अधम अभिमानी, तब-तब धरि प्रभु विविध शरीरा, हरहि दयानिधि सज्जन पीरा ।जब-जब पृथ्वी पर धर्म की हानि होती है, दुष्टों का प्रभाव बढ़ने लगता है, तब सज्जनों की पीड़ा हरने के लिए प्रभु का अवतार होता है। इस अवसर पर आसपास के क्षेत्र और नगर के वरिष्ठ मौजूद रहे।

“नववर्ष की शुरुआत गरीब निर्धन लोगों को कंबल बाट कर की
आष्टा प्रेस क्लब रजिस्टर्ड संस्था ने की शुरुआत”

नववर्ष की शुरुआत में शहर की प्रतिष्ठित आष्टा प्रेस क्लब रजिस्टर्ड संस्था ने वस्त्र वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में शहर के ज्योतिषआचार्य व मीडियाकर्मी शामिल हुए। दरअसल नव वर्ष 2024 के लिए जिस प्रकार से सभी लोग नए संकल्प करते हैं इस श्रृंखला में आष्टा प्रेस क्लब रजिस्टर्ड संस्था द्वारा गरीबों के लिए इस शीत ऋतु में कंबल दान करने का एक अनूठा प्रयास किया गया

जिससे कि सत्कर्म की दृष्टि से हम सब आगे बढ़ सकें इसी विषय पर हस्तरेखा की आचार्य पंडित अमित तिवारी ने अपनी उपस्थिति दी और कंबल वितरण में सहायता करते हुए कहा कि गरीबों की सहायता यानी कि नर नारायण की सेवा माना जाता है

हम गरीबों में भगवान का स्वरूप मानकर उनकी सेवा करते हुए अपने जीवन में सत्कर्मों को प्रवाहित करें और बातें काम करते हुए क्रिया रूप में उनका अनुसरण करें तो हम सभी जीवन को लाभप्रद कर सकते हैं इसी अवसर पर पत्रकार आष्टा प्रेस क्लब के अध्यक्ष बाबू पांचाल ने बताया कि सभी साथियों ने मिलकर आज गरीबों के हित में यह संकल्प लिया है कि वर्ष भर हम सब मिलकर कुछ ना कुछ ऐसे सत्कर्म करते रहेंगे ।

इसी श्रृंखला में आज यानी नव वर्ष पर हमने कंबल दान कर इस सीट कल के कठिन समय को आसानी से कटने के लिए दरिद्र नारायण की सेवा में कुछ कंबल प्रस्तुत किए हैं आप सब भी इसमें सहभागी बने और ऐसे सत्कर्म करते रहें। इस अवसर पर प्राचीन शंकर मंदिर के महंत पंडित हेमंत गिरी का सम्मान भी किया।
कार्यक्रम में ज्योतिष आचार्य पंडित अमित तिवारी, पंडित हेमंत गिरी, कवि श्याम शर्मा सलिल,आनंदीलाल सोनी, क्लब के अध्यक्ष बाबू पांचाल, हरिनारायण शर्मा, अनिल मालवीय ,उदय सोत्रीय, कैलाश अजनाटिया, सोहन श्रीवास्तव, बाबू सिसोदिया आदि शामिल रहे।

“सीहोर टेक्सी यूनियन अध्यक्ष अतीक मियां के नेतृत्व मे कलेक्टर को ज्ञापन सोपा”

टेक्सी यूनियन अध्यक्ष अतीक मियां ने बताया की सरकार ने गाडी दुघटना से कोई मर जाता हैं। तो इस कानून मे धारा 304 ए लगाई जाती थी जिस्मे ड्रायवर के उपर अपराध सिद्व होने पर 2 साल की सजा या 2000 हजार रूपये जुर्माने का प्रावधान था। सरकार ने नए नियम मे 304 ए मे 10 साल की सजा व 100000 लाख रूपये जुर्माने का नया कानून बना दिया है।

इस कानून के विरोध मे आज टेक्सी यूनियन व बस यूनियन ऑटो यूनियन के सेकडो ड्रायवरो ने डिपटि कलेक्टर को ज्ञापन सोप कर मांग की है। कि इस कानून को वापस लिया जाये हम गरीब ड्रायवर कानून वापस नही होगा तो हम को मजबूर होकर मेहनत मजदुरी करना पडेगा हम बस टेक्सी ट्रक नही चलाएगे मांग करने वालो अतीक मिया अध्यक्ष टेक्सी यूनियन के साथ दिनेश राय, दिनेश मालवीय , भरत ठाकुर, विशाल, सुनिल राठौर, कालू राम, कल्लू मेवाडा औम परमार अविद मिया, अमित राठौर नवाव अली, दिनेश मेवडा, दिनेश, विनोद राठौर आदि सेकडो चलको ने कानून को वपस लेने की कृपाय करे।

“गाओ मंगलगान, अवध में राम आये हैं……
गुरू भक्ति कर प्रभुप्रेमी संघ ने मनाया नव वर्ष”

आये जी आये सियाराम, घर घर दीपक जला लो………….., राम से बड़ा राम का नाम, अंत मे यही आयेगा तेरे काम …………., रामा रामा रटते रटते बीती रे उमरिया, रघुुकुल नंदन कब आओगे दासी की झुपड़िया …………, आये श्रीराम आज खुशिया मनालो, लंकागढ जीता आज दीवाली मनालो ……………. जैसे श्रीराम भक्ति से ओतप्रोत भजनो की प्रस्तुतियां अलीपुर स्थित प्रभुप्रेमी संघ के मासिक सत्संग में देर रात्रि तक गुंजती रही।

श्रीराम श्रीवादी, शिव श्रीवादी, संदीप प्रजापति और देवेन्द्र ठाकुर की संगीत मंडली द्वारा नगर के भजन गायको के साथ मिलजुलकर नव वर्ष के उपलक्ष में आयोजित इस गुरू भक्ति के कार्यक्रम में एक से बड़के एक जुगलबंदिया प्रस्तुत की। भजन गायक ओमप्रकाश शर्मा, जीवनराज, आयुष ठाकुर, रीना ठाकुर, सुनेना मेवाड़ा ने बरस रही गुरू रस भक्ति लुटने वाले लूट रहे ……….., बहुत किये उपकार गुरूजी ………..,

अब सौंप दिया इस जीवन का सब भार तुम्हारे हाथो में………. जैसे सुंदर भजनो की प्रस्तुति प्रभुप्रेमीजनो के समक्ष प्रस्तुत की। भक्तिरस से सराबोर मासिक सत्संग मे झुमते गाते धर्मालुजन ने उत्साह पूर्वक सहभागिता की। प्रभुप्रेमी संघ के संस्थापक तथा देश की आध्यात्मिक चेतना के प्रेरक स्वामी अवधेशानंद गिरिजी महाराज के चित्र तथा पादुका के समक्ष दीप प्रज्वलन कर सत्संग का आरंभ किया गया और संगीत मंडली द्वारा गुरू चरण वंदना से लेकर प्रभु भक्ति के शानदार भजनो की प्रस्तुति दी।

सोमवार को नव वर्ष की बेला में अलीपुर स्थित गुरूभक्त कोकसिंह पटवारी, जितेन्द्रसिंह ठाकुर परिवार द्वारा आयोजित इस दिव्य सत्संग में श्रद्धालुओ ने जप तप, ध्यान के साथ ही महामृत्युंजय, ओंकार नाद, मौन गुरुमन्त्र जाप, तथा गायत्री मंत्र का मंत्रोच्चारण किया एवं सामुहिक रूप से उपस्थित गुरूभक्तो ने हनुमान चालीसा का सभी प्राणियो के लिए नव वर्ष मंगलकारी हो ।

इसी कामना के साथ कल्याणकारी पाठ भी किया। कार्यक्रम के अंत में महाआरती के साथ आयोजक परिवार द्वारा महाप्रसादी वितरित की गई, सभी उपस्थित श्रद्धालुओ का कोकसिंह पटवारी द्वारा आभार व्यक्त किया गया, कार्यक्रम का संचालन गोविंद शर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में युवा, महिलाए, प्रभुप्रेमी संघ के पदाधिकारीगण, गुरूभक्त, प्रभुप्रेमीजन एवं अनैक श्रद्धालुजन की महती उपस्थिति रही।

“जय जिनेंद्र महिला मंडल द्वारा भक्तांबर जी का पाठ करके 48 दीपों से बड़े बाबा की उतारी महा आरती”

नए साल का आगाज जैन समाज ने अनोखे तरीके से इस वर्ष भी किया।जय जिनेंद्र महिला मंडल द्वारा श्री चंद्र प्रभु मंदिर गंज में 1 जनवरी सोमवार की रात को श्री भक्तांबर जी का पाठ करके 48 दीप प्रज्वलित कर बड़े बाबा भगवान आदिनाथ जी सहित मंदिर में विराजमान सभी भगवानों की महाआरती भक्ति भाव के साथ की।

जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुई। श्री चंद्रप्रभु मंदिर गंज में बड़े बाबा भगवान आदिनाथ जी के दरबार में भक्तांबर जी का पाठ करके नव वर्ष पर 48 दीपों को सजाकर महा आरती की गई। इस अवसर पर समाज की काफी संख्या में महिलाएं भी उपस्थित थीं

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