आष्टा । क्या आप अपने घर आंगन में थूकते है,नही तो फिर आप कही भी,किसी भी परिसर में कैसे थूक सकते है.! ।
आज चुनाव ड्यूटी में लगे एक कर्मी को जर्दा का गुटका खा कर आष्टा के चुनाव सामग्री वितरण स्थल शा कॉलेज परिसर में उस वक्त थूकना महंगा पड़ गया जब वो जर्दा खा कर पीक को परिसर में थूक रहा था,उधर उस कर्मी का थूकना हुआ इधर सामग्री वितरण स्थल आष्टा पहुचे कलेक्टर की उस पर थूकते हुए निगाह पड़ गई।
श्री प्रवीणसिंह कलेक्टर सीहोर
बस क्या कलेक्टर प्रवीण सिंह ने उसे बुलाया जम कर पहले लू उतारी गई,बहुत कुछ सीख दी,कलेक्टर ने उक्त कर्मी के गले मे लटके परिचय पत्र को पड़ा,उसका फोटो लिया उसका नाम,किस विभाग से है,कहा पदस्थ है सब की जानकारी ली उसके बाद उसे निलम्बित करने के निर्देश दिये ।
अपनी हीन हरकत से सर्मिन्दगी से शर्मसार हुए कर्मी ने अपनी हरकत पर माफी मांगी प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है,माफी मांगने के बाद उक्त कर्मी ने जेब से अपना रुमाल निकाला कलेक्टर सहित उपस्तिथ सभी ड्यूटी पर आये लोगो के सामने थूके गये थूक को साफ किया। ओर कलेक्टर कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह से वादा किया कि वो अब कभी जर्दा नही खायेगा।
धन्यवाद कलेक्टर साहब शासकीय परिसरों के जो कोने थूक से लाल पीले नजर आते है वो जिम्मेदार अधिकारियों को भी इस ही तरह अपने विभाग के कर्मियों,जनता पर सख्ती करना होगी तो ही स्वछता का नारा,सपना सही मायने में धरातल पर नजर आयेगा।