आष्टा। डीएफओ मगन सिंह डाबर एवं एस.डी.ओ. राजेश शर्मा के निर्देशन में वन विभाग जहां एक ओर वनक्षेत्र में निरंतर कार्य किये जा रहे है । वहीं दूसरी ओर वनक्षेत्र के बाहर भी अवैध सागौन के व्यपार में लिप्त अपराधियो पर कार्यवाही जारी है। इसी कड़ी में सोमवार शाम को आरोपी भेरूलाल पिता लक्ष्मण जाति सुतार निवासी ग्राम नौगांव के घर में अवैध सागौन संग्रहण की ।
सूचना रेंजर राजेश चौहान को मुखबिर से प्राप्त हुई । जिसके बाद तुरंत ही रेंजर राजेश चौहान द्वारा टीम गठित कर मौका स्थल पर पहूूंच कर छानबीन करने हेतु निर्देशित किया गया । जिसके बाद डिप्टी रेंजर राजू गाढ़े एवं उनके सहयोगी स्टाॅफ द्वारा मुखबिर के बताये स्थल पर छानबीन की गयी तो वहां से अवैध सागौन चरपट लकड़ी मिली।
रेंजर चैहान ने बताया कि आरोपी भेरूलाल के घर से अवैध सागौन इमारती 18 नग 0.121 घ.मी. जप्त की गयी है । जिसको जप्त कर शासकीय वाहन से डिपो आष्टा लाया गया एवं आरोपी के विरूद्ध वन अपराध प्रकरण क्रमांक 42122/23 दिनांक 05.06.2023 पंजीबद्ध किया गया। वन विभाग को मिली इस सफलता में रेंजर राजेश चौहान,डिप्टी रेंजर राजू गाढ़े, वनरक्षक दीपेश राठौर, जितेन्द्र ठाकुर, चंचल चंदेल, सवित्री मरकाम, रंजना भालसे, स्थायीकर्मी मायाराम, रामसिंह, भेरू सिंह आदि का सहयोग महत्वपूर्ण रहा ।
इस मामले में कार्यवाही को लेकर कोई किसी बात का विरोध ना ही है,ना ही किसी ने किया,लेकिन जिस तरह इस कार्यवाही की आड़ में अपनी वाह वाह को लेकर एक बुजुर्ग को जो संभवतः आरोपी होगा.? को जिस तरह जप्त लकड़ियों के ऊपर बैठा कर वन विभाग के डिप्टी रेंजर ने अधीनस्थों के साथ फोटो सेशन करवाया ।
वो अनुचित है.? क्या एक बुजुर्ग को इस तरह से जप्त लकड़ियों के ऊपर बैठा कर उसका फोटो सेशन कार्रवाना,उस फोटो को प्रेस को जारी करना क्या उचित है,फोटो सही है,पर तरीका गलत है। क्या वन विभाग के आला अधिकारी इस मामले को संज्ञान लेंगे.?